देवेंद्र ठाकुर(संवाददाता )
सुलतानपुर।प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना भारत सरकार की एक ऐसी योजना है जिसे जुलाई 2015 में शुरू किया गया था। इस योजना के तहत 2020 तक एक करोड़ युवाओं को प्रशिक्षण (ट्रेनिंग) देने की योजना बनाई गई थी। इस योजना का उद्देश्य ऐसे लोगों को रोजगार मुहैया कराना है जो कम पढ़े-लिखे हैं या बीच में स्कूल छोड़ देते हैं।
इस योजना में तीन महीने, छह महीने और एक साल के लिए रजिस्ट्रेशन होता है। कोर्स पूरा करने के बाद सर्टिफिकेट दिया जाता है। यह प्रमाणपत्र पूरे देश में मान्य होता है।
इसका मुख्य उद्देश्य देश में सभी युवा वर्ग को संगठित करके उनके कौशल को निखार कर उनकी योग्तानुसार रोजगार देना है। इस योजना के अंतर्गत पहले वर्ष में 24 लाख युवाओं को शामिल किया गया। इसके बाद 2022 तक यह संख्या 40.2 करोड़ ले जाने की योजना थी। इसके अलावा इस योजना से लोग अधिक से अधिक जुड़ सकें, इसके लिए युवाओं को ऋण प्राप्त करने की भी सुविधा है।
इसी कड़ी में आज लर्नेट स्किल आर्गेनाइजेशन संस्था ने प्रधानमंत्री कौशल केंद्र सुल्तानपुर के प्रांगण में आज नाबार्ड द्वारा चलाए गए रिटेल सेल्स एसोसिएट एवं मैनुअल मेटल आर्क बिल्डिंग में रिटेल सेल्स एसोसिएट के ट्रेनीज के प्रशिक्षण पूर्ण होने के उपरांत उनके ट्रेनिंग सर्टिफिकेट एण्ड 10 ऐसे बच्चे जिनकी नियुक्ति हो चुकी है उनके नियुक्ति पत्र वितरण का भव्य समारोह बड़ी ही हर्षोल्लास के साथ संपन्न हुआ l
कार्यक्रम की अध्यक्षता रही श्रीमती सुनंदा बोस (महाप्रबंधक नाबार्ड) एवं डीडीएम अभिनव द्विवेदी की उपस्थिति हमें अनुग्रहित की l
इस मौके पर लर्नेट परिवार की तरफ से कंपनी के वाइस प्रेसिडेंट श्रीमान रमेश पेटवाल सर एवं उत्तकर्ष दीक्षित सर (प्रोजेक्ट हेड केंद्र प्रबन्धक सूरज द्विवेदी, के साथ ट्रेनर जागीर, आदित्य, अरुण,आशुतोष, कुलदीप, दीपू कुमार ,श्याम बहादुर यादव , देवब्रत विश्वास, आदि मौजूद रहे