



प्रियंका कुमारी (संवाददाता)
पुराने से नए संसद में जाने के ठीक एक दिन पहले लोकसभा के विशेष सत्र में जब लोकतंत्र और संसद की पुरानी यादों पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भाषण दिया तो इसके एक बिंदु में संभल से लोकसभा सदस्य सपा नेता डॉक्टर शफीकुर्रहमान बर्क का नाम भी उन्होंने लिया।
इस तारीफ को कुछ ही घंटे हुए थे कि अपने बयानों को लेकर चर्चा में रहने वाले सांसद बर्क ने सरकार से नई संसद में नमाज के लिए जगह मांग ली। दिल्ली में सांसद ने कहा कि पुरानी संसद में जगह नहीं थी लेकिन नई संसद में एक कमरा ऐसा देना चाहिए, जिसमें नमाज अदा की जा सके।
उन्होंने कहा कि चूंकि कई सांसद मुस्लिम हैं और पांच वक्त के नमाजी भी। जब संसद चलती है तो उन्हें नमाज के लिए बार बार उठकर जाना पड जाता है। ऐसे में यदि नमाज की व्यवस्था यहीं हो जाए तो बेहतर होगा। इसके लिए उन्होंने सरकार से बातचीत करने की बात भी कही।
हालांकि एक अन्य सवाल कि यदि आप इसकी मांग करेंगे तो अन्य धर्म के लोग भी अपने इबादत या पूजा घर की मांग करेंगे तब क्या होगा…के सवाल पर सांसद बोले कि मुझे अन्य किसी से मतलब नहीं है। जो मांग करता है तो करे यह उनका मामला है। बहरहाल मुसलमानों के लिए नमाज की एक जगह होनी चाहिए। बता दें कि संभल के सांसद अपने बयानों को लेकर खासे चर्चा में रहते हैं। पूर्व में भी उनके बयान सपा के गले की फांस बनते रहे हैं।
कौन है डॉक्टर बर्क
50 साल से भी ज्यादा समय से राजनीति में सक्रिय संभल से सपा नेता डॉक्टर शफीकुर्रहमान बर्क लोकसभा सदस्य हैं। वह इसके पहले मुरादाबाद और संभल से चार बार सांसद रहे। इसके अलावा कई बार विधायक भी रहे। सपा के संस्थापक सदस्य के अलावा बाबरी मस्जिद एक्शन कमेटी के कन्वीनर भी हैं।
मुस्लिम समाज के लिए वह मुखर नेता माने जाते हैं। वंदे मातरम…न कहने को लेकर भी उनका बयान खासा चर्चा में रहा था। इसके अलावा 2021 में जामा मस्जिद नई दिल्ली के गुंबद के मरम्मत न होने पर उन्होंने लोकसभा में सवाल उठा दिया था।
सपा में रहते बसपा सुप्रीमो मायावती को जन्म दिन की बधाई दे कर उन्हें अच्छा नेता भी बताया था। कभी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अपना दोस्त बताते हैं तो कभी बुलडोजर को लेकर निशाने पर ले लेते हैं।