



फरीदाबाद-(प्रियंका कुमारी) पोर्टल बंद होने से जिले के सरकारी और गैर सरकारी कॉलेजों के स्नातक द्वितीय और तृतीय वर्ष के छात्र दाखिला लेने से वंचित हो गए हैं। आरोप है कि उच्चतर शिक्षा विभाग ने बगैर किसी पूर्व सूचना के 19 जुलाई को पोर्टल बंद कर दिया, जबकि एक अगस्त तक बगैर किसी विलंब शुल्क और 31 अगस्त तक विलंब शुल्क के साथ कार्यक्रम जारी किया गया था। उधर, कॉलेज प्रबंधन ने भी विभाग से पोर्टल खोलने की मांग की है। जिले के विभिन्न कॉलेजों में द्वितीय और तृतीय वर्ष में करीब 50 प्रतिशत सीटें खाली रह गई थी। छात्रों का कहना है कि उच्चतर शिक्षा विभाग की ओर से तीसरे से 9वें सेमेस्टर तक 31 जुलाई तक बगैर विलंब शुल्क के साथ दाखिला फीस को जमा कराया जा सकता था। वहीं, छात्रों को फिजिकल वेरिफिकेशन हो चुका है। एक अगस्त तक बगैर विलंब शुल्क साथ जमा करा सकते थे। छात्रों का कहना है कि बगैर किसी पूर्व सूचना के उच्चतर शिक्षा विभाग की ओर से 18 जुलाई को नए शेड्यूल जारी कर 19 जुलाई को अंतिम तारीख बताते हुए दाखिला बंद कर दिया गया। इसके कारण विद्यार्थी कॉलेज में दाखिला लेने से वंचित रह गए है, अब वो भी दाखिला के लिए पोर्टल खोलने की मांग कर रहे हैं। उधर, डीएवी कॉलेज के कंम्प्यूटर प्रभारी प्रमोद कुमार का कहना है कि दाखिले को लेकर छात्र कॉलेज का लगातार चक्कर काट रहे हैं। इस संबंध में उच्चतर शिक्षा विभाग से दिशानिर्देश मांगा गया है। संवाद उच्चतर शिक्षा विभाग से पोर्टल खोलने की मांग की गई है। कॉलेज के कई छात्र दाखिला लेने से वंचित रह गए है।
-गीता आहूजा, केएल महता दयानंद कॉलेज