



भूमि शर्मा (सवांददाता)
प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं के शरीर में कई तरह के बदलाव देखने को मिलते हैं जैसे- पेट दर्द गैस भारीपन आदि। गर्भावस्था के दौरान इन समस्याओं को इग्नोर करना सेहत पर पड़ सकता है बेहद भारी। इस दौरान वजाइनल इन्फेक्शन होने की भी संभावना बनी रहती है। आइए जानते हैं क्यों जरूरी है प्रेग्नेंसी में वजाइनल केयर।
प्रेगनेंसी में महिलाओं को अपना खास ध्यान रखने की सलाह दी जाती है। अच्छा और हेल्दी खाओ, बॉडी को हाइड्रेट रखना है, खुश रहना है, आराम-आराम से चलना है जैसी और भी कई दूसरी चीज़ें, लेकिन एक जो सबसे जरूरी चीज़ है इसके बारे में बहुत ही कम लोग जानते हैं और अगर जानते हैं, तो इतना खुलेआम बात करना पसंद नहीं करते, वो है वजाइनल केयर। प्रेगनेंसी के दौरान शरीर के साथ वजाइना में भी कई तरह के बदलाव देखने को मिलते हैं। जिसकी वजह से खुजली, बदबू, सूजन की समस्या हो सकती है। ये सारी प्रॉब्लम हाइजीन न रखने की वजह से होती है इसलिए गर्भावस्था में वजाइना की भी साफ-सफाई बेहद जरूरी है। किसी भी तरह के इन्फेक्शन से डिलिवरी में प्रॉब्लम हो सकती है। जान लें इन इन्फेक्शन्स के बारे में।
प्रेगनेंसी के दौरान योनि से जुड़ी समस्याएं
1. वजाइनल ईस्ट इन्फेक्शन
वजाइना में जिसे वजाइना कैंडिडिआसिस के नाम से भी जाना जाता है। योनि क्षेत्र में कैंडिडा फंगस के बहुत ज्यादा बढ़ जाने पर ये इन्फेक्शन होता है। गर्भावस्था में साफ-सफाई की कमी की वजह से इस इन्फेक्शन के होने की संभावना बहुत ज्यादा रहती है।
2. वजाइनल डिस्चार्ज बढ़ जाना
गर्भावस्था के दौरान योनि स्राव (वेजाइनल डिस्चार्ज), जिसे ल्यूकोरिया भी कहा जाता है इसकी भी समस्या देखने को मिल सकती है। यह डिस्चार्ज हार्मोनल बदलावों की वजह से हो सकता है। वजाइनल एरिया को इन्फेक्शन से बचाने और बैक्टीरिया के हेल्दी बैलेंस को बनाए रखने में मदद करता है, लेकिन अगर इसकी साफ-सफाई न की जाए, तो इन्फेक्शन बढ़ सकता है।
3. यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन
यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (यूटीआई) भी एक बैक्टीरियल इन्फेक्शन है जो किडनी, ब्लैडर, यूट्रस और यूरेथ्रा के साथ-साथ यूरिनरी सिस्टम के और भी कई हिस्सों पर असर डाल सकता है। इस इन्फेक्शन में दर्द के साथ बार-बार पेशाब आने का एहसास होता है। प्रेग्नेंसी में हार्मोनल बदलावों और गर्भाशय पर पड़ने वाले प्रेशर के चलते ऐसा होता है।