प्याज पर गाज, कीमतें थामने चली सरकार का उल्टा पड़ा दांव, अब सता रहा महंगाई का डर

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सरकार के एक फैसले से प्याज मंडी में हाहाकार, हड़ताल पर कारोबारी मुश्किल में किसान, अब कीमतें बढ़ने क- India TV Paisa

प्रियंका कुमारी(संवाददाता)

Onion Price: मानसून के चलते प्याज उत्पादक राज्यों में बड़े पैमाने पर उत्पादन घटने का अनुमान पहले ही व्य​क्त किया जा रहा था। रेटिंग एजेंसी क्रिसिल ने भी त्योहारी सीजन में प्याज की कीमतें 70 से 80 रुपये पहुंचने का अनुमान व्यक्त किया जा रहा था। इसे देखते हुए ​सरकार ने प्याज के निर्यात पर 40 प्रतिशत की ड्यूटी लगा दी। लेकिन इससे प्याज का संकट और बढ़ गया है। प्याज मंडियों के कारोबारियों ने हड़ताल कर दी है। कारोबारियों की इस ब्लैकमेलिंग से सरकार पर कोई असर नहीं पड़ा है, लेकिन इससे कृषि उपज मंडियों में प्याज बेचने आए किसान मुश्किल में है। वहीं देश के दूसरे हिस्सों में इससे प्याज की कीमतें बढ़ने का डर सताने लगा है।

दो दिन से नासिक की मंडियों में कारोबार ठप 

देश की सबसे बड़ी प्याज मंडी लासालगांव सहित महाराष्ट्र के नासिक जिले में ज्यादातर कृषि उपज विपणन समितियों (एपीएमसी) में दो दिन से प्याज की नीलामी बंद है। व्यापारी प्याज पर निर्यात शुल्क बढ़ाने का विरोध कर रहे हैं। नासिक शहर में जिला कलेक्टर जलज शर्मा की अध्यक्षता में व्यापारियों-निर्यातकों और किसानों के प्रतिनिधियों की एक बैठक हुई, लेकिन व्यापारी नीलामी में हिस्सा नहीं लेने के अपने फैसले पर अड़े रहे।

 

बंदरगाहों पर अटका प्याज 

कारोबारियों के अनुसार देश के प्रमुख बंदरगाहों पर लाखों टन प्याज अटका हुआ है। ऐसे में जब तक मुंबई और अन्य बंदरगाहों और बांग्लादेश सीमा पर फंसे हजारों टन प्याज निर्यात शुल्क के भुगतान के बिना आगे नहीं बढ़ जाते, तब तक नीलामी बंद रहेगी। हालांकि, नीलामी लासालगांव एपीएमसी की विंचुर उप-समिति में आयोजित की गई थी, जहां कीमतें 800 रुपये (न्यूनतम) से 2,360 रुपये (अधिकतम) के बीच रहीं। प्याज की औसत कीमत 2,150 रुपये प्रति क्विंटल औसत थीं।

दो लाख मीट्रिक टन प्याज खरीदेगी महाराष्ट्र

इस बीच महाराष्ट्र सरकार भी एक्शन में आ गई है। आढ़तियों की हड़ताल के बीच महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मंगलवार को कहा कि केंद्र ने 2,410 रुपये प्रति क्विंटल की दर से दो लाख मीट्रिक टन प्याज खरीदने का फैसला किया है और उम्मीद जतायी कि इससे प्याज उत्पादकों को थोड़ी राहत मिलेगी। उन्होंने कहा कि राज्य में नासिक और अहमदनगर में विशेष खरीद केंद्र स्थापित किए जाएंगे। इसके अलावा सहकारी समितियां नेशनल कोऑपरेटिव कंज्यूमर्स फेडरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (एनसीसीएफ) और नेशनल एग्रीकल्चरल कोऑपरेटिव मार्केटिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (नेफेड) महाराष्ट्र तथा मध्य प्रदेश में प्याज खरीद कर रही हैं।

इन तीन देशों को निर्यात होता है प्याज 

देश में बड़े पैमाने पर प्याज का निर्यात किया जाता है। इस वित्त वर्ष में एक अप्रैल से चार अगस्त के बीच देश से 9.75 लाख टन प्याज का निर्यात किया गया। मूल्य के लिहाज से शीर्ष तीन आयातक देश बांग्लादेश, मलेशिया और संयुक्त अरब अमीरात हैं। मुख्यत: मुंबई के आसपास के बंदरगाहों से यह प्याज निर्यात होता है।

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