



कुमारी अनामिका( सवांददाता)
आईसीआईसीआई बैंक की कंपनी आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज को शेयर मार्केट से हटाने पर कंपनी विचार कर रही है। गुरुवार को इसी प्रस्ताव को लेकर कंपनी की बैठक होने वाली है। इस बैठक में इस प्रस्ताव को लेकर फैसला लिया जा सकता है। ये खबर आने के बाद कंपनी के शेयर में उछाल देखने को मिली है। आइए जानते हैं कि कोई कंपनी के शेयर डीलिस्ट कब होते हैं?
प्राइवेट लोन देने वाली कंपनी आईसीआईसीआई बैंक ने आज एक बड़ा ऐलान किया है। इस फैसले के बाद कंपनी के शेयर में उछाल देखने को मिला है। सोमवार को कंपनी ने बताया कि वो आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज (ICICI Securities) को स्टॉक एक्सचेंजों से हटाने का सोच रही है
कंपनी के बोर्ड गुरुवार को इस प्रस्ताव पर बैठक करेंगे। आपको बता दें कि कंपनी के शेयर एक हफ्ते 7 फीसदी और 1 महीने में 14 फीसदी चढ़ा है। वहीं 3 महीने में 28 प्रतिशत और 1 साल में 30 प्रतिशत चढ़ा है।
, बैंक की एक सूचीबद्ध सहायक कंपनी है, जो सेबी (इक्विटी शेयरों की डीलिस्टिंग) विनियम, 2021 के तहत बैंक के साथ व्यवस्था की एक योजना के अनुसार है। दोपहर 3.21 बजे, आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज के शेयर बीएसई पर 10.68 प्रतिशत बढ़कर 624 रुपये पर कारोबार कर रहे थे। जबकि मूल कंपनी के शेयर मामूली बढ़त के साथ 927.40 रुपये पर थे।
कंपनी जब
शेयर डीलिस्ट क्या है?
से शेयर को हटा देती है तो इस प्रोसेस को डीलिस्टिंग कहा जाता है। शेयर के डीलिस्टिंग के बाद वो शेयर एक्सचेंज में ट्रेड नहीं करता है। ये फैसला कंपनी मैनेजमेंट के द्वारा लिया जाता है।
कंपनी जब डीलिस्टिंग करती है तो उसके बाद वो एक फ्लोर प्राइस तय करती है। इस राशि में शेयर को वापस खरीद लिया जाता है। इसमें पहले तो रिवर्स बुक बिल्डिंग का प्रोसेस शुरू होता है। इसका आसान मतलब है कि ये वो कीमत है जिस कीमत पर निवेशक कंपनी को शेयर बेचता है। रिवर्स बुक बिल्डिंग के प्राइस को डीलिस्टिंग प्राइस भी कहा जाता है।
आपको बता दें कि हाल में ने अपने शेयर को डिलिस्ट किया था। कंपनी के डीलिस्टिंग प्राइस 1,051.31 रुपये प्रति शेयर तय किया गया था।