



पिंकी कुमारी (सवांददाता )
Opposition Unity Meeting बैठक के बाद बिहार के मुख्यमंत्री और जनता दल-यूनाइटेड नेता नीतीश कुमार ने शुक्रवार को कहा कि विपक्षी दलों की पटना में अच्छी बैठक हुई और साथ मिलकर चुनाव लड़ने का फैसला किया गया है। विपक्ष की बैठक बिहार के मुख्यमंत्री और जनता दल (यूनाइटेड) के नेता नीतीश कुमार ने बुलाई थी जिसमें भाजपा के विरोधी दलों के नेताओं ने भाग लिया।
नई दिल्ली, एएनआई। पटना में विपक्षी दलों की बैठक हुई। इस बैठक में 15 विपक्षी दलों ने हिस्सा लिया। ममता बनर्जी, अरविंद केजरीवाल, भगवंत मान, एमके स्टालिन समेत छह राज्यों के सीएम सहित देश के कई दिग्गज नेताओं ने इस बैठक में शिरकत की।
इस बैठक का लक्ष्य था कि किस तरह आगामी लोकसभा चुनाव यानी साल 2024 लोकसभा चुनाव में मोदी सरकार के खिलाफ एकजुट होकर देश की विपक्षी पार्टियां चुनावी मैदान में उतरे। इस बैठक के बाद शनिवार को कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि 2024 का लोकसभा चुनाव सभी विपक्षी दल एकजुट होकर लड़ने जा रहे हैं।
हम अपनी लड़ाई जारी रखेंगे: मल्लिकार्जुन खड़गे
विपक्ष की बैठक के बारे में खरगे ने संवाददाताओं से कहा,”हम सभी विपक्षी दल एकजुट होकर लड़ने जा रहे हैं और इसके लिए हम एक बार फिर शिमला में बैठक करेंगे। हम अपनी लड़ाई जारी रखेंगे।” कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने घोषणा की कि विपक्षी दलों की अगली बैठक अगले महीने शिमला में होगी।
शुक्रवार को विपक्ष की बैठक के बाद खड़गे ने कहा कि हम 2024 में बीजेपी से लड़ने के लिए अपने-अपने राज्यों में काम करते हुए एक साथ आगे बढ़ने का एजेंडा तैयार करने के लिए जुलाई में शिमला में फिर से बैठक करेंगे।
फासीवाद ताकतों के खिलाफ एकजुट हुए नेता: तेजस्वी यादव
इससे पहले आज, बिहार के उपमुख्यमंत्री और राजद नेता तेजस्वी यादव ने शनिवार को कहा कि बैठक में मौजूद सभी विपक्षी दलों ने फासीवादी ताकतों के खिलाफ एकजुट रहने का फैसला किया है।
डिप्टी सीएम ने कहा,विपक्ष की बैठक में कश्मीर से कन्याकुमारी तक के नेता मौजूद थे। हमने फासीवादी ताकतों के खिलाफ एकजुट रहने का फैसला किया है।”
नीतीश कुमार ने बुलाई थी विपक्षी दलों की बैठक
बैठक के बाद बिहार के मुख्यमंत्री और जनता दल-यूनाइटेड नेता नीतीश कुमार ने शुक्रवार को कहा कि विपक्षी दलों की पटना में ‘अच्छी बैठक’ हुई और साथ मिलकर चुनाव लड़ने का फैसला किया गया है। विपक्ष की बैठक बिहार के मुख्यमंत्री और जनता दल (यूनाइटेड) के नेता नीतीश कुमार ने बुलाई थी जिसमें भाजपा के विरोधी दलों के नेताओं ने भाग लिया।
बता दें कि विपक्षी दलों ने अपनी बैठक के लिए पटना को चुना क्योंकि यह 1974 में जयप्रकाश नारायण के संपूर्ण क्रांति के आह्वान का प्रतिनिधित्व करता है, जिसने इंदिरा गांधी की बहुमत सरकार को गिरा दिया था।