



अजय सक्ससेना(सावंददाता)
रामजन्मभूमि पर भव्य मंदिर निर्माण के साथ रामनगरी वैश्विक पर्यटन के सर्किट में स्थापित हो रही है। इसी क्रम में केंद्र एवं प्रदेश सरकार 32 हजार करोड़ की विकास योजनाओं के साथ अयोध्या को श्रेष्ठतम सांस्कृतिक नगरी के रूप में विकसित कर रही है। लंदन की टेम्स नदी और दुबई के मरीना की भांति रामनगरी की सरयू नदी में तैरता होटल पर्यटकों के लिए उपलब्ध होगा।
सरयू में क्रूज संचालन के साथ मिलेगें तैरते होटल
अयोध्या क्रूज लाइन की ओर से सरयू नदी में क्रूज संचालन के अतिरिक्त यह सुविधा प्रदान की जाएगी। नदी में इस तैरते होटल को माडर्न हाउस बोट का नाम दिया गया है। कश्मीर की डल झील के हाउसबोट से अधिक सुविधाएं इस माडर्न हाउस बोट में होंगी। दुबई और लंदन में माडर्न हाउस बोट का संचालन करने वाली अयोध्या क्रूज लाइन का दावा है कि भारत में पहली बार यह सुविधा रामनगरी में दी जा रही है।
कोच्चि से बन कर आएंगे लग्जरी हाउस बोट
सरयू नदी में आठ और दस कमरे वाले दो हाउस बोट होंगे, जिसमें लग्जरी होटल की भांति व्यवस्था होगी। दोनों हाउस बोट कोच्चि से बन कर आएंगे। एक दिन ठहरने के लिए प्रति व्यक्ति 3500 रुपये से लेकर पांच हजार रुपये किराया देना होगा। जनवरी में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होनी है, ऐसे में पर्यटन को बढ़ावा देने वाली इन सुविधाओं के उसी के आसपास शुरू होने की संभावना व्यक्त की जा रही है। रामनगरी के पुनर्विकास में सरयू नदी का महत्वपूर्ण योगदान माना जा रहा है। जल पर्यटन की असीम संभावनाएं तलाशी जा रही हैं।
काशी की तर्ज पर विकसित होंगे सरयू के
गुप्तारघाट से नयाघाट तक करीब नौ किलोमीटर लंबा सरयू नदी का दायरा क्रूज, हाउस बोट और वाटर स्पोर्ट्स से युक्त हो भविष्य में पर्यटन का प्रमुख केंद्र होगा। सरयू नदी में नयाघाट स्थित पुराने पुल से रेलवे ब्रिज के बीच में बैराज बनना भी प्रस्तावित है। बैराज की लंबाई एक किमी व चौड़ाई 150 मीटर होगी। इसके अतिरिक्त सरयू नदी के घाटों को काशी की तर्ज पर विकसित करने की भी योजना बनाई जा रही है। नगर निगम के अपर नगर आयुक्त अरुण कुमार गुप्त ने बताया कि अयोध्या क्रूज लाइन से अनुबंध पूरा हो चुका है। इसके संचालन के लिए मीरापुर द्वाबा में पर्यटन विभाग की छह हजार वर्ग मीटर भूमि प्राप्त हो चुकी है। यहां इस योजना के संचालन एवं रेस्टोरेंट के लिए व्यवस्थाएं की जाएंगी। यह निर्माण अस्थाई होगा।
सरयू नदी में संचालित होंगे दो क्रूज
सरयू नदी में संचालित होने वाले क्रूज की संख्या अभी तक तय नहीं थी, लेकिन अब यह स्थिति भी स्पष्ट हो गई। यहां दो क्रूज का संचालन होगा। एक क्रूज पर नाश्ते और खाने का प्रबंध होगा, जबकि दूसरे क्रूज पर खाने की व्यवस्था नहीं होगी। इसलिए दोनों का किराया भी अलग-अलग रखा गया है। दोनों क्रूज की क्षमता 150-150 लोगों की होगी। क्रूज पर पर्यटन की अवधि दो घंटे की होगी। क्रूज पर भगवान राम से जुड़े प्रसंगों के साथ-साथ प्रत्येक घाट की महत्ता के बारे में पर्यटकों को जानकारी प्रदान की जाएगी।
नगर निगम से पूरा हुआ अनुबंध
क्रूज एवं मार्डन हाउस बोट का संचालन अयोध्या क्रूज लाइन प्राइवेट लिमिटेड करेगी, लेकिन निगरानी नगर निगम अयोध्या की होगी। दोनों संस्थाओं के बीच एक सप्ताह पूर्व अनुबंध हो चुका है। अयोध्या क्रूज लाइन के चेयरमैन राहुल शुक्ल ने बताया कि जल्द ही योजना को मूर्त रूप दिया जाएगा। क्रूज का नाम पुष्पक रखा गया है। इस क्रूज की विशेषता है कि इसका इंजन तीन फीट पानी में भी चलने में सक्षम है। एक क्रूज दुबई से आएगा, जबकि दूसरे क्रूज का निर्माण यहीं होगा। रामनगरी की गरिमा को ध्यान में रखते हुए क्रूज एवं हाउस बोट पर मांसाहार प्रतिबंधित रहेगा। हाउस बोट का नाम कनक महल रखा गया है।