



विनीत माहेश्वरी (संवाददाता)
राजधानी दिल्ली के मुखर्जी नगर में एक कोचिंग संस्था में गुरुवार को अचानक भीषण आग लग गई। आग लगने के बाद कोचिंग संस्था में मौजूद बच्चों को अपनी जान बचाने के लिए रस्सी के सहारे उतरना पड़ा जिसे देखकर सब लोग स्तब्ध रह गए।
दिल्ली के मुखर्जी नगर में कोचिंग संस्था में लगी आग के बाद देखे गए दृष्यों ने दिल्लीवासियों समेत पूरे देश को हैरान कर दिया है। UPSC जैसी कठिन परिक्षाओं को हल करने के इरादे से पढ़ाई करने वाले छात्रों में दो घंटे तक दहशत का माहौल रहा।
आग लगने के बाद छात्रों को सीढ़ियों के बजाय रस्सी से लटककर उतरते हुए देखकर वहां मौजूद सभी लोग स्तब्ध रह गए। चीख-पुकार की आवाजें मुखर्जी नगर में गुंजने लगी। इस घटना के बाद सबके जहन में फिर से सवाल उठने लगे कि बच्चों को क्या सीढ़ियों के रास्ते से बाहर नहीं निकाला जा सका।
दुर्घटना के समय सुरक्षित बाहर निकलना मुमकिन नहीं
दरअसल, मुखर्जी नगर के एक कोचिंग संस्था में कॉम्पिटिटिव एग्जाम की तैयारी कर चुके आयुष साहू ने जागरण टीम को बताया कि मुखर्जी नगर की अधिकतर कोचिंगों में संकरी गलियां है, जहां पर ऐसी दुर्घटना होने पर सुरक्षित बाहर निकलना लगभग नामुमकिन जैसा है।
संकरी सीढ़ियों के जरिए कोचिंग हॉल में जाते छात्र
आयुष ने बताया कि जब वह एग्जाम की तैयारी के सिलसिले में कोचिंग में पढ़ाई करते थे, तब उन्हें बहुत ही संकरी गलियों से होते हुए अपने कोचिंग हॉल में जाना पड़ता था। आयुष ने बताया कि कोचिंग हॉल में फायर एक्सटिंग्विशर जरूर लगे हुए थे, लेकिन संकरी गलियों में अगर कभी ऐसी घटना होती है तो अफरातफरी के माहौल में सीढ़ियों के रास्ते सुरक्षित बाहर निकलना बहुत मुश्किल है।
आज यानी गुरुवार को मुखर्जी नगर की कोचिंग में लगी आग के बाद भी बच्चों को रस्सी के सहारे जान बचानी पड़ी। अपनी जान बचाने की जद्दोजहद में कुछ बच्चे घायल भी हो गए, जिन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया। इस आग की घटना के बाद कोचिंग संचलाकों की मानसिकता पर कई सवाल उठ रहे हैं।