



विनीत माहेश्वरी (संवाददाता)
चक्रवाती तूफान बिपरजॉय का महाराष्ट्र और गुजरात में असर देखने को मिल रहा है। मौसम विभाग के अनुसार बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान बिपरजॉय 15 जून की शाम तक जखाऊ बंदरगाह के पास सौराष्ट्र और कच्छ से टकराएगा। वही, इसकी वजह से मुंबई में ऊंची लहरें देखी गई। द्वारका के गोमती घाट पर हाई टाइड देखा गया है।
नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। बिपरजॉय चक्रवात का असर देखने को मिल रहा है। मौसम विभाग का कहना है कि बिपरजॉय 15 जून को सौराष्ट्र और कच्छ से टकराएगा। गुजरात में ही इसका सबसे ज्यादा असर होने की आशंका है। इसको लेकर गुजरात के सीएम भूपेंद्र पटेल ने उच्च स्तरीय बैठक की है। एहतियात के तौर पर एनडीआरएफ की 21 और एसडीआरएफ की 13 टीमें तैनात की गई हैं। हजारों लोगों को सुरक्षित जगह पर पहुंचाया जा चुका है।
द्वारका से 4700 से ज्यादा लोगों को निकाला गया
13 जून सुबह 10 बजे तक द्वारका जिले में 4700 से ज्यादा लोगों को निकाला जा चुका है। लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी जा रही है।
केंद्रीय मंत्री ने की प्रार्थना
केंद्रीय मंत्री रूपाला ने जगत मंदिर में भगवान द्वारकाधीश के दर्शन किए और तूफान के खतरे को टालने के लिए भगवान से विशेष प्रार्थना की।
पर्यटकों को तटों के पास जाने की अनुमति नहीं
द्वारका के कार्यकारी मजिस्ट्रेट ने कहा कि ओखा बंदरगाह पर एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की एक-एक टीम और एनडीआरएफ की एक-एक टीम तैनात की जानी है। लगभग 250 लोगों को अस्थायी आश्रय घरों में शिफ्ट कर दिया गया। पर्यटकों और स्थानीय आबादी को गोमती घाट, शिवराजपुर समुद्र तट, बेट द्वारका और तट के अन्य स्थानों पर जाने की अनुमति नहीं है।
8 हजार लोगों को सुरक्षित स्थान भेजा गया
केंद्रीय मंत्री मनसुख मांडविया ने बताया कि कच्छ में अब तक आठ हजार लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। 1.5-2 लाख छोटे-बड़े जानवर ऊंचे स्थानों पर चले गए हैं।
लोगों को समुद्र तट जाने से रोक रही पुलिस
गुजरात के नवसारी में चक्रवात बिपरजॉय के मद्देनजर लोगों को समुद्र में जाने से रोकने के लिए पुलिस बल तैनात हुई है।
#WATCH गुजरात के नवसारी में चक्रवात बिपरजॉय के मद्देनजर लोगों को समुद्र में जाने से रोकने के लिए पुलिस बल तैनात हुई है। pic.twitter.com/FbPTCTjX0k