



विनीत माहेश्वरी (संवाददाता)
जिन ट्रेनों में आरक्षित द्वितीय सीटिंग (टू एस) के कोच हैं उनमें भी दिव्यांगों के लिए सीट आरक्षित होगी। वातानुकूलित कुर्सीयान श्रेणियों में दो से अधिक कोच होने पर दिव्यांगों के लिए दो सीटें आरक्षित की जाएंगी।
देश की सेमी हाईस्पीड ट्रेन वंदे भारत और शताब्दी एक्सप्रेस में अब दिव्यांगों के लिए सीट आरक्षित होगी। यानी एसी चेयर कार वाली वंदे भारत में भी अब दिव्यांग यात्री अपने सहयोगी के साथ यात्रा कर सकेंगे। इसमें दो सीटें दिव्यांगों के लिए आरक्षित की जाएंगी। अभी तक यह सुविधा दिव्यांगों को नहीं मिल रही थी। इसमें दिल्ली से वाराणसी के बीच चलने वाली पहली वंदे भारत में भी दिव्यांगों को यह सुविधा मिलेगी।
इसके अलावा जिन ट्रेनों में आरक्षित द्वितीय सीटिंग (टू एस) के कोच हैं, उनमें भी दिव्यांगों के लिए सीट आरक्षित होगी। वातानुकूलित कुर्सीयान श्रेणियों में दो से अधिक कोच होने पर दिव्यांगों के लिए दो सीटें आरक्षित की जाएंगी
रेलवे बोर्ड की ओर से निदेशक यात्री विपणन द्वितीय संजय मनोचा से पत्र जारी किया है, जिसमें उन्होंने इस सुविधा को उपलब्ध कराने को कहा है। विस्तृत आदेश में दिव्यांगों के लिए कोटा निर्धारण की पांच बिंदुओं पर सूची जारी की गई है।
इसमें शयनयान श्रेणी में दिव्यांगों को चार सीटें आरक्षित होंगी, जिसमें दो नीचे और दो बीच की सीटें होंगी। तृतीय वातानुकूलित श्रेणी में दो बर्थ आरक्षित होगी, जिसमें एक नीचे और एक बीच में दिव्यांग को आवंटित हेागी।
जिन गाड़ियों में एसी थ्री ईकोनामी कोच लगे होंगे, उसमें भी दो सीटें मिलेंगी जो एक नीचे व एक बीच में होंगी। इसके अलावा गरीब रथ एक्सप्रेस गाड़ियों के एसएलआरडी कोच (द्वितीय श्रेणी माल डिब्बा सह गार्ड ब्रेक यान) में पूरे किराए पर दिव्यांगों को चार बर्थ मिलेगी। इसमें दो बर्थ नीचे व दो बीच में मिलेगी।
मौजूदा समय में देश में 14 वंदे भारत दौड़ रही हैं। इसमें नई दिल्ली-वाराणसी, नई दिल्ली-श्री माता वैष्णो देवी कटरा, गांधीनगर-मुंबई, नई दिल्ली-अंब अदौरा, चेन्नई-मैसूर, नागपुर-बिलासपुर, हावड़ा-न्यू जलपाईगुड़ी, सिकंदराबाद-विशाखापट्टनम, मुंबई-सोलापुर, मुंबई-शिरडी, दिल्ली-भोपाल सिकंदराबाद-तिरुपति, चेन्नई-कोयंबटूर और दिल्ली-अजमेर शामिल हैं।
एनसीआर सीपीआरओ हिमांशु शेखर उपाध्याय ने बताया कि दिव्यांगों की सुविधा के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। उसी क्रम में अब कोच में दिव्यांगों के लिए सीटें आरक्षित रहेंगी।