जयंत चौधरी ने कहा कि अब भाजपा सरकार को चुनाव में जनता की अदालत में आकर हिसाब देना है। भाजपा की कोशिश अपनी सरकार में ज्यादा से ज्यादा इंजन लगाने की है लेकिन ये कोशिश सफल होने नहीं जा रही है। उन्होंने कहा कि वे चुनाव की तैयारी के लिए गांव और बूथ स्तर तक पार्टी को मजबूत करना है। इस मेहनत का असर भी दिखेगा। प्रेसवार्ता में रालोद जिलाध्यक्ष नागेंद्र पंवार, डा.नीरज चौधरी, शमशाद अंसारी, इमरान अंसारी आदि उपस्थित रहे।

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Jayant Chaudhary Alert Akhilesh Yadav On Alliance With Congress Against BJP  In Lok Sabha Elections | UP Politics: जनता के बीच जयंत चौधरी, BJP के खिलाफ  खुला एलान, अखिलेश यादव को किया

विनीत माहेश्वरी (संवाददाता)

विदेश में देश की स्थिति को खराब बताने वाले राहुल गांधी पर भारतीय जनता पार्टी ने कटाक्ष किया है। बीजेपी सांसदों ने राहुल गांधी को वो दिन याद दिलाया जब दो साल के वरुण गांधी को गोद में देकर मेनका गांधी को घर से निकाला गया था।

राजनीति में वार-पलटवार कोई नई बात नहीं है। जब एक-दूसरे पर कटाक्ष की बारी आती है तो पार्टी के सबसे अहम चेहरे से लेकर पार्टी के इतिहास के काले अध्याय को भी उधेड़ा जाता है। अब एक ऐसा ही अध्याय भारतीय जनता पार्टी ने गांधी परिवार के इतिहास से निकालकर सामने रख दिया। अमेरिका में ‘मुहब्बत की दुकान’ चलाने का संदेश देते हुए भाजपा पर नफरत फैलाने का आरोप लगाने वाले राहुल गांधी पर अब भाजपा ने कटाक्ष किया है।

भाजपा ने गांधी परिवार और राहुल गांधी पर अब तक का सबसे करारा हमला बोला है। सांसद कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौर, पूनम महाजन और प्रवेश साहिब सिंह द्वारा लिखे गए साझा पत्र में राहुल गांधी को उस रात के बारे में याद दिलाया गया जब मेनका गांधी अपने दो साल के बेटे वरुण गांधी को लेकर घर से निकली थीं। इस पत्र में उस घटना का जिक्र है कि कैसे 28 मार्च, 1982 को रात ग्यारह बजे इंदिरा गांधी ने अपनी छोटी बहू मेनका गांधी को घर से निकाल दिया था।

28 मार्च, 1982 की वो रात

सांसद कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौर, पूनम महाजन और प्रवेश साहिब सिंह द्वारा लिखे गए साझा पत्र में राहुल गांधी को याद दिलाया है कि कैसे 28 मार्च, 1982 को रात ग्यारह बजे इंदिरा गांधी ने अपनी छोटी बहू मेनका गांधी को घर से निकाल दिया था। तब बुखार से तपते नन्हे वरुण गांधी उनकी गोद में थे।

इस पत्र में कई प्रसंग लिखे गए हैं, लेकिन सबसे तीखा हमला पारिवारिक विवादों को लेकर किया गया है। इसे ‘खून के रिश्तों में भी नफरत’ बताते हुए पत्र में लिखा गया, ‘आपको भी शायद 28 मार्च, 1982 की वह तारीख याद हो, जब आपकी दादी अपनी छोटी बहू मेनका गांधी से इतनी मोहब्बत से पेश आई थीं कि रातोंरात उन्हें घर से निकाल दिया था। उस तस्वीर में थीं प्रधानमंत्री निवास से आंखों में बेबसी के आंसू के साथ बेघर हो रहीं मेनका गांधी। गोद में था नन्हा बेटा वरुण, जो उस वक्त तेज बुखार से तप रहा था। प्रधानमंत्री की गाड़ी को यह आदेश दिया गया कि मेनका जहां चाहें, उन्हें वहां छोड़ दिया जाए।’

वरुण गांधी की शादी में शामिल नहीं हुआ गांधी परिवार

भारतीय जनता पार्टी ने इस बार गांधी परिवार को उसके बीते कल में हुए पारिवारिक विवादों को लेकर घेरा। इस पत्र में बीजेपी सांसदों ने लिखा कि आपको वो दिन भी याद होगा जब ‘आपके भाई वरुण अपनी शादी का न्योता लेकर खुद अपनी ताई सोनिया के घर 10 जनपथ गए थे।’ याद है न, तब न आप और न आपकी मां और बहन इस शादी में शामिल हुए।

गौरतलब है कि मेनका गांधी के बेटे और राहुल गांधी के चचेरे भाई वरुण गांधी ने साल 2011 में ग्राफिक डिजाइनर यामिनी से शादी की थी। परिवारिक कलह को भूलकर वह अपनी ताई यानी कि सोनिया गांधी के पास शादी का निमंत्रण लेकर पहुंचे थे। हालांकि, वरुण गांधी की शादी में सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी में से कोई शामिल नहीं हुआ था।

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