



विनीत माहेश्वरी (संवाददाता)
अगले महीने से अमरनाथ यात्रा शुरू होने जा रही है। अमरनाथ यात्रा के दौरान सुरक्षा की पुख्ता तैयारियां की गई हैं। वहीं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी अमरनाथ यात्रा के दौरान जमीन से लेकर आसमान तक पैनी सुरक्षा व्यवस्था बनाने के निर्देश दिए हैं।
नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। अगले महीने से अमरनाथ यात्रा शुरू होने जा रही है। अमरनाथ यात्रा के दौरान सुरक्षा की पुख्ता तैयारियां की गई हैं। वहीं, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी अमरनाथ यात्रा के दौरान जमीन से लेकर आसमान तक पैनी सुरक्षा व्यवस्था बनाने के निर्देश दिए हैं। साथ ही यात्रियों की सुविधा के लिए रात में भी श्रीनगर और जम्मू से हवाई सेवा उपलब्ध कराने को कहा है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को दो महीने तक चलने वाली यात्रा के लिए की जा रही सुरक्षा तैयारियों की विस्तृत समीक्षा करने के लिए उच्च स्तरीय बैठक की।
शाह ने बैठक के दौरान कहा कि मोदी सरकार की यह प्राथमिकता है कि अमरनाथ यात्रियों को सुगमता से दर्शन हों और उन्हें किसी समस्या का सामना न करना पड़े। समीक्षा के दौरान शाह ने यात्रा मार्ग पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने के निर्देश दिए है जिससे किसी भी हादसे को होने से रोका जा सके।
गृह मंत्री अमित शाह ने तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए हवाई अड्डे और रेलवे स्टेशन से तीर्थस्थल आधार शिविर तक के मार्ग पर सुचारू व्यवस्था करने पर जोर दिया और श्रीनगर और जम्मू से रात में हवाई सेवा उपलब्ध कराने का भी निर्देश दिया गया है।
बैठक के दौरान गृह मंत्री ने ऑक्सीजन सिलेंडरों का पर्याप्त भंडार और उनकी रिफिलिंग सुनिश्चित करने का और डॉक्टरों की अतिरिक्त टीमों की उपलब्धता के लिए कहा है। उन्होंने किसी भी मेडिकल इमरजेंसी से निपटने के लिए पर्याप्त संख्या में एंबुलेंस और हेलीकॉप्टर की तैनाती सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
शाह ने तीर्थयात्रियों के लिए यात्रा, ठहरने, बिजली, पानी, संचार और स्वास्थ्य सहित सभी आवश्यक सुविधाओं की उचित व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने तीर्थाटन मार्गों पर बेहतर संचार व्यवस्था सुनिश्चित करने और भूस्खलन की स्थिति में मार्गों को तुरंत खोलने के लिए मशीनों की तैनाती के निर्देश दिए हैं।
गृह मंत्री अमित शाह ने तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए हवाई अड्डे और रेलवे स्टेशन से तीर्थस्थल आधार शिविर तक के मार्ग पर सुचारू व्यवस्था करने पर जोर दिया और श्रीनगर और जम्मू से रात में हवाई सेवा उपलब्ध कराने का भी निर्देश दिया गया है।
बैठक के दौरान गृह मंत्री ने ऑक्सीजन सिलेंडरों का पर्याप्त भंडार और उनकी रिफिलिंग सुनिश्चित करने का और डॉक्टरों की अतिरिक्त टीमों की उपलब्धता के लिए कहा है। उन्होंने किसी भी मेडिकल इमरजेंसी से निपटने के लिए पर्याप्त संख्या में एंबुलेंस और हेलीकॉप्टर की तैनाती सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
शाह ने तीर्थयात्रियों के लिए यात्रा, ठहरने, बिजली, पानी, संचार और स्वास्थ्य सहित सभी आवश्यक सुविधाओं की उचित व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने तीर्थाटन मार्गों पर बेहतर संचार व्यवस्था सुनिश्चित करने और भूस्खलन की स्थिति में मार्गों को तुरंत खोलने के लिए मशीनों की तैनाती के निर्देश दिए हैं।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, पिछले साल जून में अचानक आई बाढ़ के बाद ही हवाई निरीक्षण करवाया गया था, लेकिन इस बार यात्रा शुरु होने से पहले और दो महीने की तीर्थयात्रा के दौरान नियमित अंतराल पर यह अभ्यास किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि रिमोट सेंसिंग और उपग्रह, जल विज्ञान और आपदा प्रतिक्रिया में विशेषज्ञता वाली टीम द्वारा हवाई सर्वेक्षण किया जा सकता है।
सूत्रों ने बताया कि पानी का खतरनाक जमाव दिखने पर पूरे तीर्थ यात्रा मार्ग, खासतौर पर अमरनाथ गुफा के पास के क्षेत्र में आकस्मिक उपाय किए जाएंगे। अमरनाथ गुफा को जाने वाले दोनों मार्गों-बालटाल और पहलगाम पर भारी बर्फ मौजूद है और सीमा सड़क संगठन (BRO) को 15 जून तक बर्फ हटाने का काम सौंपा गया है।