



Railway Network of India भारतीय रेलवे को राष्ट्रीय रेलवे के रूप में भी जाना जाता है। इसका संचालन रेल मंत्रालय द्वारा किया जाता है जो कि भारत सरकार की एक शाखा है। भारतीय रेलवे विश्व का चौथा सबसे बड़ा रेलवे नेटवर्क है।
नई दिल्ली, अमित सिंह: भारतीय रेल कहे या फिर Indian Railways दोनों ही शब्द एक संज्ञा से कहीं ज्यादा हैं। अक्सर देखा गया है कि रेल में सफर की खट्टी-मीठी यादें लोग के दिलों काफी गहराई से घर कर लेंती हैं। कुछ लोग रेल में सफर का लुत्फ कभी-कभी ही ले पाते हैं, तो कुछ को यह आनंद रोज ही मिलता है। भारतीय रेलवे को राष्ट्रीय रेलवे के रूप में भी जाना जाता है। इसका संचालन रेल मंत्रालय द्वारा किया जाता है, जो कि भारत सरकार की एक शाखा है। भारतीय रेलवे विश्व का चौथा सबसे बड़ा रेलवे नेटवर्क है। यह 65000 किलोमीटर में फैला हुआ विशालकाय नेटवर्क है, जो देश के विभिन्न हिस्सों को आपस में जोड़ता है।
- देश में पहली रेल का संचालन बंबई से ठाणे के बीच किया गया था। यह करीब 33 किलोमीटर की दूरी थी।
- बंबई को ठाणे और कल्याण से जोड़ने का विचार पहली बार बॉम्बे सरकार के मुख्य अभियंता जॉर्ज क्लार्क के मन में आया साल 1843 में आया था। उस वक्त वो भांडुप की यात्रा पर थे।
- उसके बाद 16 अप्रैल 1853 को करीब 400 मेहमानों के साथ 14 डिब्बों वाली ट्रेन का बोरीबंदर रेलवे स्टेशन से संचालन किया गया था। ट्रेन को रेलवे स्टेशन से तालियों की गड़गड़ाहट के बीच और 21 तोपों की सलामी के साथ रवाना किया गया था।
- 15 अगस्त, 1854 को हावड़ा स्टेशन से हुगली के लिए पहली पैसेंजर ट्रेन का संचालन किया गया। यह करीब 38 किलोमीटर की दूरी थी। इस तरह ईस्ट इंडियन रेलवे का पहला खंड सार्वजनिक यातायात के लिए शुरू किया गया।
- देश के दक्षिण हिस्से में 1 जुलाई, 1856 को मद्रास रेलवे कंपनी द्वारा पहली ट्रेन का संचालन किया गया। यह रेल व्यासर्पदी जीवा निलयम (व्यसर्पदी) और वालाजाह रोड (आरकोट) के बीच चलाई गई। यह करीब 101 किलोमीटर की दूरी थी।
- देश के उत्तरी हिस्से में 3 मार्च 1859 को इलाहाबाद से कानपुर तक करीब 191 मील लंबी लाइन बिछाई गई। जिसके बाद हाथरस रोड से मथुरा छावनी तक पहला खंड 19 अक्टूबर, 1875 को संचालन के लिए खोला गया।
- भारत में ईस्ट इंडिया कंपनी के शासन के दौरान रेलवे की ये छोटी-छोटी शुरूआतें थीं, जो समय के साथ पूरे देश में रेल लाइनों के एक नेटवर्क के रूप में विकसित हो गईं। साल 1880 तक भारतीय रेलवे प्रणाली का रूट 14000 किलोमीटर से ज्यादा का हो चुका था। भारतीय रेलवे एशिया में सबसे बड़ा रेल नेटवर्क है और एक प्रबंधन के तहत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा नेटवर्क है।
- भारतीय रेलवे अपने परिचालन को जोन में विभाजित करता है। जिसे आगे डिवीजनों में उप-विभाजित किया जाता है। प्रत्येक डिवीजन में एक डिवीजनल मुख्यालय होता है। भारतीय रेलवे प्रणाली में कुल 19 जोन (मेट्रो रेलवे, कोलकाता सहित) और 70 मंडल हैं। जो इस प्रकार हैं:-
-
क्रमांक
रेलवे जोन मुख्यालय
रेलवे डिवीजन 1. मध्य रेलवे मुंबई सीएसएमटी (छत्रपति शिवाजी टर्मी) मुंबई, भुसावल, पुणे, सोलापुर, नागपुर CR 2. दक्षिण रेलवे चेन्नई सेंट्रल चेन्नई, तिरुचिरापल्ली, मदुरै, पलक्कड़, सलेम, तिरुवनंतपुरम 3. उत्तर रेलवे नई दिल्ली दिल्ली, अंबाला, फिरोजपुर, लखनऊ एनआर, मुरादाबाद 4. पश्चिम रेलवे चर्च गेट, मुंबई मुंबई WR, रतलाम, अहमदाबाद, राजकोट, भावनगर, वडोदरा 5. पूर्व रेलवे कोलकाता हावड़ा, सियालदह, आसनसोल, मालदा 6. दक्षिण पूर्व रेलवे गार्डन रीच, कोलकाता आद्रा, चक्रधरपुर, खड़गपुर, रांची 7. कोलकाता मेट्रो रेलवे कोलकाता लागू नहीं 8. दक्षिण-मध्य रेलवे सिकंदराबाद सिकंदराबाद, हैदराबाद, नांदेड़ 9. पूर्वोत्तर सीमा रेल मालीगांव (गुवाहाटी) अलीपुरद्वार, कटिहार, रंगिया, लुमडिंग, तिनसुकिया 10. उत्तर-पूर्वी रेलवे गोरखपुर इज्जतनगर, लखनऊ एनईआर, वाराणसी 11. पूर्व-मध्य रेलवे हाजीपुर दानापुर, धनबाद, पंडित दीन दयाल उपाध्याय, समस्तीपुर, सोनपुर 12. उत्तर-पश्चिम रेलवे जयपुर जयपुर, अजमेर, बीकानेर, जोधपुर 13. ईस्ट-कोस्ट रेलवे भुवनेश्वर खुर्दा रोड, संबलपुर, रायगड़ा 14. उत्तर-मध्य रेलवे प्रयागराज (इलाहाबाद) प्रयागराज, आगरा, झांसी 15. दक्षिण-पश्चिम रेलवे हुबली हुबली, बेंगलुरु, मैसूर 16. पश्चिम-मध्य रेलवे जबलपुर जबलपुर, भोपाल, कोटा 17. दक्षिण-पूर्व मध्य रेलवे बिलासपुर बिलासपुर, रायपुर, नागपुर एसईसी 18. दक्षिण तट रेलवे विशाखापत्तनम वाल्टेयर, विजयवाड़ा, गुंटूर, गुंटकल 19. कोंकण रेलवे नवी मुंबई कारवार, रत्नागिरी