एमएस धोनी का 12 साल पुराना कीर्तिमान एक झटके में चकनाचूर, पहली बार हुआ ये कारनामा

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MS Dhoni 12-year-old record shattered Taniya Bhatia is the first ever WK  with 4 stumpings in an IPL WPL match | एमएस धोनी का 12 साल पुराना कीर्तिमान  एक झटके में चकनाचूर,

विनीत माहेश्वरी (संवाददाता )

आईपीएल 2023 की तैयार अब आखिरी चरण में पहुंच रही है। टीम इंडिया और ऑस्‍ट्रेलिया के बीच आज तीन वनडे मैचों की सीरीज का तीसरा मैच चेन्‍नई के चेपॉक स्‍टेडियम में हो रहा है। इसके बाद सभी खिलाड़ी आईपीएल के रंग में रंग जाएंगे। इतना ही नहीं अब तो डब्‍ल्‍यूपीएल भी समापन की ओर बढ़ रहा है। लीग चरण समाप्‍त हो गया है।  अब दो मैच होने बाकी हैं। दो दिन के गैप के बाद शुक्रवार को एलीमिनेटर खेला जाएगा और उसके बाद 26 मार्च को होगा फाइनल और इसी दिन पता चला जाएगा कि महिला प्रीमियर लीग की पहली चैंपियन कौन सी टीम होगी। इस बीच लीग चरण समाप्‍त होते होते टीम इंडिया के पूर्व कप्‍तान और आईपीएल में सीएसके के कप्‍तान एमएस धोनी का एक बड़ा कीर्तिमान ध्‍वस्‍त हो गया है। जो कारनामा साल 2011 में एमएस धोनी ने किया था, उसके बाद अब जाकर करीब 12 साल बाद वो टूटा है। ये अपने आप में एक अद्भुत कीर्तिमान है, जो आसान नहीं होता, लेकिन अब हो गया है। साल 2011 के आईपीएल में केकेआर के  खिलाफ  खेलते हुए एमएस धोनी ने एक ही मैच में तीन खिलाड़ियों को स्‍टंप कर पवेलियन की राह दिखाई थी। इसके बाद से अब तक कभी भी ये रिकॉर्ड नहीं टूटा। हालांकि साल 2017 में रॉबिन उथप्‍पा इस रिकॉर्ड के बराबरी पर पहुंचे थे। उन्‍होंने भी तीन खिलाड़ियों को स्‍टंप किया था, लेकिन वो महेंद्र सिंह धोनी के रिकॉर्ड को तोड़ नहीं पाए। अब करीब 12 साल बाद डब्‍ल्‍यूपीएल में दिल्‍ली कैपिटल्‍स की खिलाड़ी तान्‍या भाटिया ने पहले धोनी की बराबरी की और उसके बाद इसे तोड़ भी दिया। उन्‍होंने यूपी वॉरियर्स के खिलाफ खेले गए मंगलवार के मैच में चार खिलाड़ियों को पवेलियन की राह स्‍टंप करके दिखाई। ये आईपीएल के 15 और डब्‍ल्‍यूपीएल के एक साल के इतिहास में सबसे ज्‍यादा है। तान्‍या भाटिया ने पहले यूपी वॉरियर्स की अलिसा हीली को कैप्सी की गेंद पर स्‍टंप किया। इसके बाद किरन नवगिरे  को जोनसन की गेंद पर स्‍टंप किया। इसके बाद दीप्ति शर्मा को कैप्‍सी की गेंद पर स्‍टंप कर पवेलियन की राह दिखाई और सोफी एकलस्‍टन को आउट करते ही एमएस धोनी से आगे निकलने में कायमाब हो गईं। ये तान्‍या भाटिया का ही कमाल था कि चार स्‍टंप करने के बाद यूपी वॉरियर्स की टीम इससे उबर नहीं पाई और 138 रन का ही स्‍कोर खड़ा कर पाई और दिल्‍ली कैपिटल्‍स ने 13 गेंद शेष रहते ही पांच विकेट से मैच अपने नाम कर लिया। चलिए अब जरा आपको ये भी बताते हैं कि एमएस धोनी ने जब ये रिकॉर्ड बनाया था, तब क्‍या  हुआ था। आईपीएल 2011 में आठ अप्रैल को केकेआर और सीएसके के बीच मैच हुआ। इसमें चेन्‍नई सुपरकिंग्‍स ने पहले बल्‍लेबाजी करते हुए 153 रन चार विकेट के नुकसान पर बनाए थे। यानी केकेआर को जीत के लिए 154 रनों की जरूरत थी। एमएस धोनी ने पहले मानविंदर विसला को जकाती की गेंद पर स्‍टंप किया। इसके बाद मनोज तिवारी को सूरज रणदीप की गेंद पर स्‍टंप किया और आखिर में इयोन मोर्गन को सुरेश रैना की गेंद पर स्‍टंप कर बाहर भेजा। केकेआर की टीम सात विकेट पर 151 रन की बना सकी और सीएसके ने  दो रन से मैच अपने नाम कर लिया। यानी चाहे तान्‍या भाटिया हों या फिर एमएस धोनी, उन्‍होंने अपनी टीम के लिए जो कुछ भी किया, उसका असर ये हुआ कि टीम ने जीत भी दर्ज की है।

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