



पोलैंड के प्रधानमंत्री माटुस्ज मोराविकी (Mateusz Morawiecki) ने सोमवार को कहा कि पोलैंड की सरकार यूक्रेन को लैपर्ड टैंक भेजने के लिए जर्मनी से अनुमति मांगेगी। हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि इस बारे में जर्मनी से अनुरोध कब किया जाएगा।
विनीत माहेश्वरी (संवाददाता )
वारसॉ, एपी। रूस और यूक्रेन से बीच जारी युद्ध का अब दो साल पूरा होने वाले है। इस बीच यूक्रेन को रूस के साथ युद्ध में बने रहने के लिए अमेरिका सहित कई पश्चिमी देश युद्धक टैंक और हथियार समेत आर्थिक मदद की है। पोलैंड के प्रधानमंत्री माटुस्ज मोराविकी (Mateusz Morawiecki) ने सोमवार को कहा कि पोलैंड की सरकार यूक्रेन को लैपर्ड टैंक भेजने के लिए जर्मनी से अनुमति मांगेगी। हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि इस बारे में जर्मनी से अनुरोध कब किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पेलौंड यूक्रेन को लैपर्ड टैंक भेजने के लिए तैयार हुए कई देशों का गठबंधन बना रहा है।
वारसॉ अपना फैसला खुद लेगा- पीएम
पोलैंड के प्रधानमंत्री मोराविकी ने कहा कि इस बारे में अगर जर्मनी से किसी प्रकार की अनुमति नहीं मिलती है तो वारसॉ अपना फैसला खुद लेगा। हालांकि उन्होंने इस बारे विस्तार से किसी भी प्रकार की कोई जानकारी नहीं दी है। मालूम हो कि जर्मनी से विदेश मंत्री एनालेना बेयरबॉक (Annalena Baerbock) ने फ्रांसीसी टीवी चैनल एलसीआई को बताया कि पोलैंड अपने कुछ जर्मन निर्मित लैपर्ड टैंक को औपचारिक रूप से यूक्रेन को भेजने के लिए बर्लिन की मंजूरी नहीं मांगी है। हालांकि उन्होंने आगे कहा, ‘अगर हमसे इस बारे में पूछा जाएगा तो हम इसके रास्ते में आड़े नहीं आएंगे।’
जर्मनी यूक्रेन को करता रहेगा समर्थन- जर्मन चांसलर
विदेश मंत्री बेयरबॉक के टिप्पणियों के बारे में मोराविकी ने कहा कि दबाव बनाना समझ में आता है और उनके शब्द उम्मीद की चिंगारी जैसी ही कि इस संबंध में जर्मनी भी गणबंधन में भाग ले सकता है। मालूम हो कि इससे पहले जर्मनी के चांसलर ओलफ शुल्ज ने कहा था कि रूस से लड़ रहे यूक्रेन का समर्थन जर्मनी जारी रखेगा। लेकिन यूक्रेनी सेना के लिए जर्मन लेपर्ड टू टैंक भेजने के विषय में उन्होंने कुछ नहीं कहा है। ब्रिटेन, लातविया, लिथुआनिया और एस्टोनिया ने जर्मनी से यूक्रेन को टैंक भेजने का अनुरोध किया है। इन देशों ने यह अनुरोध शुक्रवार को सहयोगी देशों की बैठक में यूक्रेन को टैंक भेजने पर सहमति न बन पाने के बाद किया है।