



विनीत माहेश्वरी (संवाददाता)
कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा राहुल गांधी के नेतृत्व में मंगलवार को यूपी पहुंची। गाजियाबाद में प्रियंका गांधी ने भाई राहुल गांधी का गर्मजोशी के साथ स्वागत किया। राहुल और प्रियंका करीब 6 किलोमीटर चलने के बाद वापस दिल्ली लौट गए। इस बात की पुष्टि यात्रा से जुड़े सुरक्षा अधिकारी ने की है।राहुल और प्रियंका एक ही कार से खजूरी पुस्ता रोड होते हुए दिल्ली गए हैं। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया है कि राहुल और प्रियंका गांधी कल सुबह दिल्ली से कार से चलेंगे और बागपत पहुंचकर भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होंगे।ससे पहले लोनी बॉर्डर पर बने मंच पर राहुल और प्रियंका एक साथ नजर आए। प्रियंका के कंधे पर हाथ रखकर राहुल गांधी आगे बढ़ते दिखे। मंच से प्रियंका ने भाई राहुल को योद्धा बताया।प्रियंका ने कहा, “मेरे बड़े भाई… इधर देखो, सबसे ज्यादा गर्व आप पर है। सत्ता का पूरा जोर लगाया गया। सरकार ने हजारों करोड़ रुपए खर्च किए, इनकी छवि को खराब करने के लिए, लेकिन ये डरे नहीं। इन पर एजेंसी लगाई गईं। योद्धा हैं… योद्धा हैं। अडाणी-अंबानी ने बड़े-बड़े नेता खरीद लिए। देश के सभी PSU खरीद लिए। देश की मीडिया खरीद ली, लेकिन मेरे भाई को नहीं खरीद पाए। न खरीद पाएंगे।प्रियंका ने आगे कहा, “कोई मुझसे पूछ रहा था कि आपके भाई को ठंड नहीं लगती। आपको डर नहीं लगता, इनकी सुरक्षा के लिए। मेरा जवाब ये है कि ये सत्य का कवच पहनकर चल रहे हैं। भगवान इनको सुरक्षित रखेगा। सब साथ चलिए। एकता, संभावना, प्यार का पैगाम लेकर चलिए। इसके बाद दोनों ने लोगों का अभिवादन किया।” हालांकि मंच पर राहुल ने कोई स्पीच नहीं दी।UP में यात्रा शुरू करने से पहले राहुल ने दिल्ली में मरघट वाले हनुमान जी के दर्शन किए। इस दौरान पुजारी ने उनको गदा भी दी। राहुल की गदा उठाए हुए एक फोटो सामने आई है। भारत जोड़ो यात्रा 9 दिन के ब्रेक के बाद मंगलवार को शुरू हुई है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी UP में 3 दिन में करीब 130 किलोमीटर पैदल चलने वाले हैं। इस दौरान यूपी के तीन जिलों गाजियाबाद, बागपत और शामली से यात्रा गुजरेगी। यह 11 विधानसभाओं को कवर करेगी।
- रालोद प्रमख जयंत चौधरी यात्रा में शामिल नहीं हुए। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा- तप कर ही धरती से बनी ईंट छू लेती हैं आकाश ! भारत जोड़ो यात्रा के तपस्वियों को सलाम! देश के संस्कार के साथ जुड़कर उत्तर प्रदेश में भी चल रहा यह अभियान सार्थक हो और एक सूत्र में लोगों को जोड़ते रहे।
- कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने यात्रा शुरू होने से पहले कहा, “उप्र की हवाएं बता रही हैं, जल्द मौसम बदलने वाला है।”
- किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा, “वह भारत जोड़ो यात्रा में शामिल नहीं हो पाएंगे, लेकिन कार्यकर्ता शामिल हो सकते हैं।”
- कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी ने कहा, “जो दूरियां थीं, वो खत्म हो गईं। यही इस यात्रा की सफलता है।”पूर्व मंत्री राशिद अल्वी भी यात्रा में शामिल हुए। उन्होंने कहा, “किस-किस तकलीफ का जिक्र किया जाए। पिछले 8 सालों में देश की तकदीर बदल दी। BJP सरकार नफरत की आंधी है। साध्वी प्रज्ञा घरों में छुरी तेज करने के लिए बोलती हैं। कभी बुलडोजर ठीक कराने तो कभी पाकिस्तान भेजने की बात करते हैं। क्या देश के यही मुद्दे हैं? आप रोजगार, नौजवानों, किसानों की बात नहीं करते हैं।”
गाजियाबाद से यह यात्रा बागपत की तरफ बढ़ रही है। शाम 5 से 6 बजे के बीच बागपत में एंट्री करके मवी कलां में नाइट स्टे करेगी। सुरक्षा और खुफिया एजेंसियों ने गाजियाबाद से लेकर पूरे रूट पर डेरा डाल दिया है। CRPF की एक टीम ने पूरे रूट का दौरा कर व्यवस्थाएं देखी हैं। भारत जोड़ो यात्रा के लिए रिसॉर्ट भी तैयार किया गया है।
4 जनवरी की सुबह 6 बजे यात्रा फिर शुरू होगी। यह बागपत, सिसाना, सरूरपुर, बड़ौत होते हुए शाम 6 बजे शामली के कस्बा एलम में पहुंचकर नाइट स्टे करेगी। 5 जनवरी की सुबह यात्रा एलम से शुरू होगी और कांधला, ऊंचागांव, कैराना होते हुए पानीपत बॉर्डर के रास्ते हरियाणा में एंट्री कर जाएगी। 5 जनवरी का नाइट स्टे हरियाणा में होगा।UP में 3 जनवरी यानी आज राहुल, प्रियंका समेत करीब 150 ‘भारत जोड़ो यात्रियों’ के कंटेनर बागपत के ‘द हरी कैसल रिसॉर्ट’ में रुकेंगे। करीब 60 कंटेनर इस रिसॉर्ट के अंदर जाएंगे। राहुल इसी कंटेनर में नाइट स्टे करेंगे।वहीं, यात्रा में साथ चलने वाले हजारों कार्यकर्ताओं के ठहरने के लिए रिसॉर्ट के सामने करीब 2 लाख वर्ग फीट में जर्मन हैंगर (वाटर प्रूफ टेंट) लगाया है। यहां 6 हजार रजाई-गद्दों और करीब 10 हजार लोगों के भोजन की व्यवस्था की गई है। बागपत जिले के मवी कलां में स्थित ‘द हरी कैसल रिसॉर्ट’ के मालिक भूप सिंह हैं। वह भाजपा कार्यकर्ता हैं। 24 दिसंबर को ही इस रिसॉर्ट का उद्घाटन बागपत से भाजपा सांसद डॉक्टर सतपाल सिंह ने किया था।UP में 75 जिले हैं। 403 विधानसभाएं हैं। भारत जोड़ो यात्रा सिर्फ 3 जिलों और 11 विधानसभा क्षेत्रों से गुजरेगी। ऐसा क्यों? यह सवाल हमने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष बृजलाल खाबरी से किया। उन्होंने कहा, “इस यात्रा का जो रूट चार्ट पहले दिन तय किया गया था, उसमें UP में यात्रा के प्रवेश का प्लान नहीं था। यात्रा 150 दिनों में 3570 किलोमीटर की दूरी तय कर कन्याकुमारी से श्रीनगर में खत्म हो रही थी, लेकिन दिल्ली में ठहराव की वजह से 3 दिनों की यात्रा उत्तर प्रदेश में रखी गई।”
- यात्रा जब राजस्थान पार हुई, तब तक करीब 3 हजार किमी की दूरी तय कर चुकी थी।
- ऐसे में यात्रा के साथ चल रहे कंटेनरों को सर्विस की जरूरत पड़ने लगी।
- फैसला लिया गया कि यात्रा को पहले दिल्ली ले जाकर कंटेनरों की सर्विस कराई जाए।
- इस वजह से यात्रा ने 26 दिसंबर से लेकर 2 जनवरी तक दिल्ली में ब्रेक लिया।
- अब यहां दिक्कत यह आई कि दिल्ली से कश्मीर जाने के लिए सीधे रूट में आने वाला पहला राज्य हरियाणा था।
- अगर यात्रा इस हिसाब से चलती, तो सबसे बड़ा राज्य UP छूट जाता।
- फिर फैसला लिया गया कि यात्रा दिल्ली से UP और फिर हरियाणा होते हुए कश्मीर जाएगी।
- ऐसे में UP के सिर्फ 3 जिले गाजियाबाद, बागपत और शामली पड़ रहे थे। इसीलिए इन्हीं में यात्रा निकाली जा रही है
यात्रा में शामिल होने के लिए सपा प्रमुख अखिलेश यादव, रालोद अध्यक्ष जयंत चौधरी, भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत को न्योता दिया गया है। जयंत चौधरी पिछले कई दिन से बाहर हैं। इसलिए वे इस यात्रा में नहीं आएंगे। अखिलेश ने सोमवार को राहुल गांधी को पत्र लिखकर उनकी इस यात्रा के लिए बधाई दी है। इसलिए माना जा रहा है कि वे भी इस यात्रा में शामिल नहीं होंगे।
वहीं, अयोध्या राम जन्मभूमि मंदिर के प्रधान पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास शास्त्री ने राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा का समर्थन किया है। उन्होंने राहुल को एक पत्र लिखा है। इसमें कहा है कि भारत जोड़ो यात्रा सर्वजन सुखाय व सर्वजन हिताय के लिए है। साथ ही, उन्होंने गांधी को दीर्घायु व स्वस्थ रहने की कामना करते हुए लक्ष्य की पूर्ति का आशीर्वाद दिया।
- यूपी में 2022 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को 403 में से सिर्फ 2 सीट रामपुर खास और फरेंदा पर जीत मिल पाई थी।
- जिन तीन जिलों में यह यात्रा निकल रही है, वहां इस पार्टी की लोकसभा या विधानसभा में एक भी सीट नहीं है।
- गाजियाबाद और बागपत में सभी सीटों पर BJP तो शामली जिले में तीनों सीटें सपा-रालोद गठबंधन के पास हैं।
- कांग्रेस नेताओं और राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यात्रा का असर यूपी की 80 लोकसभा सीटों पर पड़ेगा।
- जिन तीन जिलों से यात्रा गुजरेगी, उसमें मुस्लिम सबसे ज्यादा, दूसरे नंबर पर दलित और तीसरे नंबर पर जाट समुदाय के लोग आते हैं।
- इस समय UP में मुस्लिम सपा के साथ हैं, तो दलित बसपा के साथ।
- किसान आंदोलन के बावजूद जाटों का एक बड़ा तबका भाजपा के साथ है।
- यानी यह यात्रा कांग्रेस की UP के तीनों प्रमुख दलों के वोट में घुसपैठ करने की सोची-समझी प्लानिंग मानी जा रही है।