प्रशासन की पारदर्शिता

Advertisement

प्रशासन में पारदर्शिता, पारदर्शिता की परिभाषा, पारदर्शिता का अर्थ क्या है | Transparency in administration - GK in Hindi | MP GK | GK Quiz| MPPSC | CTET | Online Gk | Hindi Grammar

विनीत माहेश्वरी (संवाददाता)

इस बार जो मुख्यमंत्री आए थे, वे एकदम पारदर्शी थे। जिस ओर से भी देखो एकदम आर-पार दिखाई
देते थे। मुख्यमंत्री आते हैं, लेकिन इतने पारदर्शी नहीं। उनका कहना था कि वे प्रशासन भी एकदम
पारदर्शी रखेंगे। सभी को खुशी थी कि मुख्यमंत्री एकदम पारदर्शी हैं। मुसद्दीलाल मेरे पड़ोसी हैं।
उनकी हर बात में नुक्ताचीनी करने की आदत है। सुबह-सुबह आ धमकते हैं चाय सुडक़ने। मैं भी इस
बीच उनसे बतियाता हुआ शेव बना लेता हूँ और वे अपनी भीतर की भड़ास मुझ पर डाल कर चले
जाते हैं, लेकिन कल जब वे आये तो उनके तेवर तने हुये थे तथा वे बैठ नहीं पा रहे थे। मैं बोला-
‘क्यों मुसद्दीलाल, क्या बात है? लग तो ऐसा रहा है कि जैसे तुम्हें पैसों की इस समय सख्त
आवश्यकता है और तुम अपनी बात रखने का कोई नया नायाब गुर ढ़ूँढ़ रहे हैं।’ मुसद्दीलाल की
आँखों में इस बार हल्की-सी चिंगारी उभरी और बुझ गयी, बोले-‘अमाँ शर्मा जी, कभी तो सीरियस रहा
करो। तुमने तीन बार मुझे उधार क्या दे दिया-ले-देकर उसी पचड़े को लेकर मेरी बोलती बंद करना
चाहते हो।’ ‘नहीं, ऐसा नहीं है मुसद्दीलाल। बात दरअसल पारदर्शिता की है। यदि तुमने तीन बार के
उधार में जरा भी ट्रांसप्रेंसी दिखाई होती तो चौथी बार मुझे क्या आपत्ति हो सकती थी।’ मुसद्दीलाल
ने दाँत बजाये और कहा-‘मुझे पारदर्शिता से खासी चिढ़ है। मानता हूँ पारदर्शिता में सब कुछ साफ-
साफ दिखाई देता है, लेकिन अब तक क्या दिखाई नहीं दे रहा था। किसी विभाग में घपला-गबन
घोटाला जो भी हो रहा था, क्या वह हमारी पारदर्शिता नहीं है। कुछ भी छुपा नहीं था। रिश्वत का
लेन-देन हो रहा था। खरीद-फरोख्त में सौदेबाजी हो रही थी, उसकी जानकारी हरेक मतदाता को थी-
इस पारदर्शिता से कौन अनभिज्ञ था?’ इस बार मैंने उन्हें बीच में ही रोका और कहा-‘आपने मुख्यमंत्री
को देखा है?’ वे बोले-‘एक बार क्या, कई बार देखा है, इसमें नयी बात क्या है?’ ‘नयी बात है
मुसद्दीलाल। यहाँ तुम मात खा गये। वे एकदम ट्रांसपरैंट हैं।
मेरा मतलब साफ-सुथरे हैं। उनके कार्यों में जो पारदर्शिता देखी जा रही है, उनसे तो पूरा विपक्ष
भौंचक्का रह गया है।’ मैंने कहा। उन्होंने पूछा-‘मैं समझा नहीं, लेकिन इतना जरूर जानता हूँ नयी
सरकार कुछ करना चाहती है। सारे मिनिस्टर नये डिटर्जेन्ट से अपनी-अपनी कमीजें धोकर-पहनकर
आये हैं। पहले की बात जाने दो। नये जनादेश की रोशनी में कार्यशैली को देखें तो पारदर्शिता से मेरी
तो आँखें चुँधिया रही हैं।’ ‘अब समझे मेरे भाई तुम पारदर्शिता का अर्थ। एमदम नये संस्करण में नयी
रोशनी। जनमत की उपेक्षा का तो प्रश्न ही नहीं है। हर कार्य जनता से पूछकर जनहित में होगा। मेरा
मतलब पहले वाले लोग अकडक़र अमचूर थे और ये विनम्रता के बोझ तले दबे जा रहे हैं।’ मैं बोला।
मुसद्दीलाल का चेहरा लाल हो गया, वह बोला-‘तुम्हारी मति मारी गयी है। पारदर्शिता को लेकर तो
क्या विवाद हो सकता है-परन्तु हर ओर शोर हो रहा है, लोग दहशत में आ गये हैं। तबादलों की

Advertisement

ताबड़तोड़ और निगमों, बोर्डों में हडक़म्प-इसका मतलब तुम समझते हो?’ ‘क्यों नहीं, यह पारदर्शिता
का ही विकीरण है, जिसके बचाव के लिए लोग इस वैचारिक बदलाव का नया ड्रामा रच रहे हैं।’ मैं
बोला तो मुसद्दीलाल ने अपना सिर पकड़ा और कहा-‘तुम यह पारदर्शिता का आलाप कब त्यागोगे?
मैंने पहले ही कहा सरकार पारदर्शी शासन देने का वादा कर चुकी है और वह देगी भी, लेकिन यह जो
रातों-रात पाले बदलने का ढोंग हो रहा है, क्या उसे पारदर्शिता में नहीं माना जा सकता है?’

Leave a Comment

Advertisement
What does "money" mean to you?
  • Add your answer