प्रयागराज के प्राध्यापक ग्वालियर में टोनी हेगन अवार्ड से हुए सम्मानित

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जीवाजी विश्वविद्यालय ग्वालियर में आयोजित अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी में किया  गया सम्मानित | 'Tony Hagen Award' to Dr. AK Verma : Honored in the  International Seminar organized at ...

विनीत माहेश्वरी (संवाददाता)

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प्रयागराज, 28 दिसंबर  राजकीय पीजी कॉलेज सैदाबाद के जन्तु विज्ञान के प्राध्यापक डॉ
ए.के वर्मा को जीवाजी विश्वविद्यालय ग्वालियर में आयोजित दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी में
24 दिसम्बर को सम्मानित किया गया। नेपाल एक्वाकल्चर सोसायटी, काठमांडू द्वारा डॉक्टर वर्मा
को जैव विविधता एवं पर्यावरण संरक्षण हेतु टोनी हेगन अवार्ड  से सम्मानित किया गया।
उक्त जानकारी बुधवार को डॉ ए.के वर्मा ने ग्वालियर से लौटने के उपरान्त दी। उन्होंने बताया कि
यह अवार्ड प्रत्येक वर्ष जैव विविधता एवं पर्यावरण संरक्षण हेतु प्रदान किया जाता है। सोसाइटी के
संस्थापक अध्यक्ष प्रोफेसर एस.एन लाभ ने उक्त पुरस्कार की घोषणा की। डॉक्टर वर्मा को उक्त
पुरस्कार पर्यावरण एवं समाज विषयक आयोजित चतुर्थ अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी में जीवाजी
विश्वविद्यालय ग्वालियर के कुलपति प्रो अविनाश तिवारी, राजा मानसिंह कला एवं संगीत
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो साहित्य कुमार नाहर, आईआईटीटीएम, ग्वालियर (भारत सरकार का
उपक्रम) के निदेशक प्रो आलोक शर्मा तथा राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन संस्थान, गृह मंत्रालय, भारत
सरकार के प्रो. संतोष कुमार द्वारा संयुक्त रूप से प्रदान किया गया।
उल्लेखनीय है कि डॉक्टर वर्मा को इसके अतिरिक्त 70 से भी अधिक क्षेत्रीय, राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय
पुरस्कार प्राप्त हो चुके हैं। जिसमें 2017 में उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा दिया जाने वाला सर्वोच्च अवार्ड
'सरस्वती सम्मान' भी शामिल है। इन्होंने अब तक 10 किताबें तथा 101 शोध व समीक्षा पत्र
प्रकाशित किए हैं। ये 'इंटरनेशनल जर्नल ऑफ बायोलॉजिकल इनोवेशंस' नामक लोकप्रिय शोध पत्रिका
के प्रधान संपादक भी हैं। इनके द्वारा प्रकाशित शोध पत्रों का अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लगभग 2000
गूगल स्कॉलर साईटेशन प्राप्त हो चुका है, जो अपने आप में एक कीर्तिमान है।
उच्च शिक्षा विभाग उत्तर प्रदेश ने विगत वर्ष दिसम्बर में शोध कार्य के लिए इन्हें 5 लाख रुपए का
अनुदान भी दिया है। इनके निर्देशन में एक शोध छात्र ने पीएचडी की उपाधि भी प्राप्त कर ली है।
इस अवसर पर संगोष्ठी के संयोजक प्रो. एस.एन मोहपात्रा, प्रो. मधु लक्ष्मी शर्मा, प्रो. सुनीता आर्य,
आयोजन सचिव डॉ हरेंद्र कुमार शर्मा तथा डॉ सीमा मार्गरेट सिंह आदि उपस्थित रहे।

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