



विनीत माहेश्वरी (संवाददाता)
नई दिल्ली, 25 दिसंबर । चीन सहित कुछ अन्य देशों में कोविड संक्रमण फिर से फैलने
और शेयर बाजार में गिरावट के बावजूद विदेशी निवेशकों ने दिसंबर में अब तक भारतीय इक्विटी में
शुद्ध रूप से 11,557 करोड़ रुपये का निवेश किया है।
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी के विजयकुमार ने कहा कि आने
वाले समय में अमेरिका के व्यापक आर्थिक आंकड़े और कोविड संक्रमण की स्थिति से बाजार की
चाल निर्धारित होगी।
डिपॉजिटरी के आंकड़ों के अनुसार विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने 1-23 दिसंबर के
दौरान इक्विटी में 11,557 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश किया।
इससे पहले एफपीआई ने नवंबर में 36,200 करोड़ रुपये से अधिक का शुद्ध निवेश किया था।
अमेरिकी डॉलर सूचकांक के कमजोर होने और सकारात्मक आर्थिक रुझानों के कारण आईपीआई का
भारतीय बाजारों के प्रति रुझान बढ़ा।
डिपॉजिटरी के आंकड़ों के मुताबिक विदेशी निवेशकों ने अक्टूबर में आठ करोड़ रुपये और सितंबर में
7,624 करोड़ रुपये निकाले थे।
मॉर्निंग स्टार इंडिया के संयुक्त निदेशक – शोध प्रबंधक हिमांशु श्रीवास्तव ने कहा कि बाजारों में
गिरावट और कोविड संक्रमण को लेकर आशंकाओं के बावजूद एफपीआई भारतीय शेयर बाजारों में
(दिसंबर में) शुद्ध खरीदार बने रहे।
उन्होंने आगे कहा कि 23 दिसंबर को समाप्त सप्ताह में शुद्ध प्रवाह की मात्रा कम हुई, जो दर्शाता है
कि हाल के घटनाक्रमों और अनिश्चितताओं को देखते हुए विदेशी निवेशक धीरे-धीरे सतर्क हो रहे हैं।
डीपीआईआईटी ने राष्ट्रीय खुदरा व्यापार नीति के मसौदे पर विभिन्न मंत्रालयों के विचार मांगे
नई दिल्ली, 25 दिसंबर (वेब वार्ता)। उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (डीपीआईआईटी)
ने राष्ट्रीय खुदरा व्यापार नीति के मसौदे पर 16 विभागों और मंत्रालयों के विचार मांगे हैं। एक
अधिकारी ने कहा कि इसका मकसद क्षेत्र के सभी प्रारूपों का समग्र विकास करना है।
अधिकारी ने कहा कि सभी विभागों और मंत्रालयों की टिप्पणियां मिलने के बाद डीपीआईआईटी इस
नीति पर केंद्रीय मंत्रिमंडल की मंजूरी मांगेगा।