



विनीत माहेश्वरी(संवाददाता)
नई दिल्ली, 25 दिसंबर उद्योग निकाय एसोचैम ने एल्युमीनियम उद्योग के लिए
बुनियादी सीमा शुल्क में कमी और महत्वपूर्ण कच्चे माल के उल्टे शुल्क ढांचे में सुधार की मांग की
है।
एसोचैम ने अपने पूर्व-बजट ज्ञापन में कहा कि कच्चे माल पर उच्च आयात शुल्क के चलते भारत में
तैयार माल अंतरराष्ट्रीय बाजारों में महंगा हो जाता है और तैयार उत्पादों को सस्ते आयात से जोखिम
पैदा हो जाता है। इसके चलते देश के भीतर मूल्यवर्धन हतोत्साहित होता है।
ज्ञापन में कहा गया, ”भारतीय एल्युमीनियम उत्पादकों की औसत उत्पादन लागत दुनिया में सबसे
अधिक है। ऐसा मुख्य रूप से केंद्रीय और राज्य करों तथा कच्चे माल पर शुल्क की वजह से है, जो
कुल एल्युमीनियम उत्पादन लागत का 18-20 प्रतिशत तक है।”
एसोचैम ने कहा कि भारतीय एल्युमीनियम उद्योग की लागत संरचना में सुधार लाने और
प्रतिस्पर्धात्मकता बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण कच्चे माल पर बुनियादी सीमा शुल्क कम किया जाना
चाहिए।