



विनीत माहेश्वरी (संवाददाता )
भोपाल, 22 दिसंबर मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व वाली भारतीय जनता
पार्टी (भाजपा) की सरकार के खिलाफ राज्य विधानसभा में लाया गया विपक्षी कांग्रेस का अविश्वास
प्रस्ताव बृहस्पतिवार को ध्वनि मत से गिर गया, जिसके बाद शीतकालीन सत्र को अनिश्चितकाल के
लिए स्थगित कर दिया गया।
अविश्वास प्रस्ताव पर दो दिन तक चर्चा के दौरान सत्तापक्ष और विपक्ष के सदस्यों के बीच टोकाटाकी
देखने को मिली और कई बार सदन में हंगामे की स्थिति भी बनी। अंत में विपक्ष का प्रस्ताव गिर
गया।
कांग्रेस ने कानून व्यवस्था, बेरोजगारी, महंगाई, भ्रष्टाचार, विपक्षी विधायकों के साथ भेदभाव,
महिलाओं और आदिवासियों पर अत्याचार, किसानों की समस्याओं और अन्य मुद्दों पर बुधवार को
चौहान सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया और इस पर चर्चा के दौरान सत्तारुढ़ दल पर
निशाना साधा।
प्रस्ताव पर चर्चा में कई बार तीखी नोंकझोंक देखने को मिली। प्रस्ताव पर चर्चा बुधवार दोपहर करीब
12 बजकर 20 मिनट पर शुरू हुई, जो 12 घंटे से अधिक समय तक बिना रुके बुधवार मध्यरात्रि के
बाद 12 बजकर 35 मिनट तक चर्चा चली और अंत में बुधवार रात को कांग्रेस विधायकों ने
बहिर्गमन किया।
बृहस्पतिवार पूर्वाह्न 11 बजे अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा का उत्तर देते हुए मुख्यमंत्री चौहान ने विपक्ष
द्वारा लगाए गए सभी आरोपों को खारिज कर दिया।
जिसके बाद अध्यक्ष गिरीश गौतम ने सत्र को निर्धारित समय से पहले ही अनिश्चितकाल के लिए
स्थगित कर दिया।
मध्य प्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र सोमवार को शुरू हुआ था और निर्धारित कार्यक्रम के
अनुसार यह 23 दिसंबर को समाप्त होने वाला था।