



विनीत माहेश्वरी (संवाददाता )
काहिरा, 25 नवंबर मिस्र ने 30 राजनीतिक कैदियों को जेल से रिहा करने की घोषणा
की है। मिस्र ने अपने मानवाधिकार रिकॉर्ड को लेकर अंतरराष्ट्रीय निगरानी तेज होने के बीच हाल में
कई कैदियों को रिहा किया है।
मिस्र सरकार ने जिन 30 राजनीतिक कैदियों की रिहाई की घोषणा की है, उनकी पहचान अभी
उजागर नहीं की गई है। साथ ही इस बात की भी पुष्टि नहीं हो पाई है कि उनमें से कितने लोगों को
पहले ही रिहा किया जा चुका है।
मिस्र में राष्ट्रपति की क्षमादान समिति के सदस्य तारिक-अल-अवादी ने बृहस्पतिवार देर रात यह
घोषणा की। उन्होंने बताया कि 30 लोगों को उनके मुकदमों में सुनवाई से पहले हिरासत में रखा
गया था। अल-अवादी ने बाद में कुछ तस्वीरें साझा कीं, जिनमें रिहा किए गए कैदी अपने परिवार के
सदस्यों एवं मित्रों को गले लगाते नजर आ रहे हैं।
मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल-फतेह अल-सीसी की सरकार ने 2013 के बाद से असंतुष्ट लोगों और
आलोचकों पर कड़ी कार्रवाई की है, हजारों लोगों को जेल भेजा गया है, प्रदर्शनों पर प्रतिबंध लगा गए
और सोशल मीडिया खातों पर नजर रखी जा रही है। ‘ह्यूमन राइट्स वॉच’ ने 2019 में अनुमान
लगाया था कि मिस्र की जेलों में करीब 60,000 राजनीतिक कैदी बंद हैं, जिनमें से कई के खिलाफ
तो मुकदमा ही नहीं चल रहा है।
यह मामला इस महीने की शुरुआत में मिस्र की मेजबानी में शर्म अल-शेख में हुए अंतरराष्ट्रीय
जलवायु सम्मेलन में भी चर्चा का विषय रहा था।
सम्मेलन की शुरुआत में कार्यकर्ता अला अब्देल-फतह (40) ने पूर्ण भूख हड़ताल शुरू की थी और
पानी पीना भी बंद कर दिया था। इसके जरिए उन्होंने अपने तथा अपने जैसे अन्य लोगों के मामलों
की ओर दुनिया का ध्यान आकर्षित करने की कोशिश की थी।