



नई दिल्ली – विजय कुमार , मेट्रो एडिटर
नई दिल्ली – 17 अक्टूबर स्पेशन दूतावास के नाकारात्मक रवैये के कारण भारत की अंडर 23 कुश्ती टीम को विश्व चैंपियनशिप में भाग लेने के लिए रवाना नहीं हो सकी। चैंपियनशिप का आयोजन स्पेन में 17 से 24 अक्टूबर तक की जायेगी।
दरअसल भारतीय कुश्ती महासंघ ने सभी खिलाडियों और कोचों के वीजे के लिए 4 अक्टूबर को स्पेन दूतावास पर जमा करवाई थी। जिससे उसको वीजा जल्द मिले और किसी तरह की कोई परेशानी ना हो सके। मगर स्पेन दूतावास ने बिना कोई कारण बताए भारतीय पहलवानों और कोचों का वीजा 17 अक्टूबर आज अस्वीकार करते हुए उनको सभी 21 पासपोर्ट वापस कर दिए।
मजेदार बात यह है कि भारतीय कुश्ती महासंघ ने कुल 30 पहलवानों और 9 कोचों के लिए वीजा देने का अनुरोध किया था। मगर दूतावास ने 30 में से 9 पहलवानों और 6 कोचों को तो वीजा दे दिया। मगर बाकी पहलवानों और कोचों को वीजा ही नहीं दिया। यही नहीं जिन पहलवानों को वीजा नहीं दिया गया उसमें अधिकतर पहलवान वह है जिन्होंने अंतराष्टृीय स्तर पर पदक जीते है। जिसमें जूनियर विश्व कुश्ती की स्वर्ण पदक विजेता अंतिल, कांस्य पदक विजेता लितिका, आरजू आदि शामिल है।
भारतीय कुश्ती महासंघ के महासचिव विनोद तोमर ने बताया कि भारतीय कुश्ती महांसघ के इतिहास में यह पहली बार हुआ है, जब किसी बडी एवं विश्व स्तरीय प्रतियोगिता में किसी दूतावास से खिलाडियों को खेलने के लिए जाने से वंचित किया हो।
इस बाबत भारतीय कुश्ती महासंघ ने कहा है कि देर शाम को वीजा अस्वीकार का आदेश आने के बाद से वह पहलवानों को भेजने का प्रयास कर रहें थे जोकि विफल हो गया। जिसकी शिकायत विश्व कुश्ती संघ को लिखित में की जायेगी। जिसमें वह स्पेन दूतावास के रवैये और स्पेन में आयोजित प्रतियोगिता के आयोजन पर रोक लगाने की मांग और शिकायत करेंगी।