सीबीआई जांच के खिलाफ ‘आप’ का प्रदर्शन उसका ‘जश्न-ए-भ्रष्टाचार’: भाजपा

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सीबीआई जांच के खिलाफ 'आप' का प्रदर्शन उसका 'जश्न-ए-भ्रष्टाचार': भाजपा - aap  protest against cbi probe is its jashn e corruption bjp

विनीत माहेश्वरी (संवाददाता)

नई दिल्ली, 17 अक्टूबर  आबकारी नीति 2021-22 के क्रियान्यवन में कथित
अनियमितताओं के मामले पूछताछ के लिए केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा तलब किए गए
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की पेशी के दौरान आम आदमी पार्टी (आप) के नेताओं और
कार्यकर्ताओं द्वारा प्रदर्शन किए जाने पर भाजपा ने सोमवार को कड़ी आपत्ति जताई और इसे उसका
‘‘जश्न-ए-भ्रष्टाचार’’ करार दिया।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) प्रवक्ता संबित पात्रा ने यहां आयोजित संवाददाता सम्मेलन को
संबोधित करते हुए पेशी के दौरान सिसोदिया द्वारा खुली कार में समर्थकों संग नारेबाजी किए जाने
पर भी तंज कसा और कहा कि उनका यह व्यवहार ऐसा था मानो ‘आप’ ने ‘‘भ्रष्टाचार का विश्व
कप’’ जीता हो।

सीबीआई मुख्यालय जाने से पहले सिसोदिया ‘आप’ के कार्यालय और महात्मा गांधी के समाधि स्थल
राजघाट भी गए। इससे पहले, सिसोदिया के आवास पर बड़ी संख्या में ‘आप’ कार्यकर्ता पहुंचे और
जमकर नारेबाजी भी की।
पात्रा ने कहा कि इससे पहले जब नेशनल हेराल्ड मामले में जब कांग्रेस नेता राहुल गांधी को बुलाया
गया था तब ठीक इसी प्रकार की ‘‘नौटंकी’’ कांग्रेस ने की थी। उन्होंने कहा, ‘‘आज सभी ने आम
आदमी पार्टी का ड्रामा देखा। आप याद करिए चंद दिनों पहले ठीक इसी प्रकार का दृश्य राहुल गांधी
और कांग्रेस पार्टी का देखने को मिल रहा था। पहले तो भ्रष्टाचार कीजिए, दलाली करिए और जब
आपसे सवाल पूछा जाए तो आप जश्न मनाइए। ये कहना अतिशयोक्ति नहीं होगा कि ये जश्न-ए-
भ्रष्टचार है। आम आदमी कितनी बड़ी नौटंकी पार्टी है कि जो लोग भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ने आए
थे, आज वही सबसे कट्टर बेईमान पार्टी बनकर उभरी है।’’
भाजपा प्रवक्ता ने सिसोदिया पर तंज करते हुए कहा कि समर्थकों के साथ खुली कार में उनका
नारेबाजी करना ऐसा लग रहा था जैसे ‘आप’ ने ‘‘भ्रष्टाचार का विश्व कप’’ जीत लिया हो। उन्होंने
सीबीआई मुख्यालय जाने से पहले सिसोदिया के राजघाट जाने पर भी तंज कसा और कहा कि
आजकल एक नया प्रचलन शुरू हो गया है कि जब भ्रष्टाचारियों को सवाल-जवाब के लिए बुलाया
जाता है तो वे सबसे पहले सत्याग्रह करने राजघाट चले जाते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘सत्याग्रह और
भ्रष्टाचार में कोई मेल ही नहीं है। यह भगत सिंह का भी अपमान है और महात्मा गांधी का भी घोर
अपमान है। राहुल गांधी भी वहीं गए थे और मनीष सिसोदिया भी वहीं गए।’’ गौरतलब है कि दिल्ली
के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को सिसोदिया की तुलना भगत सिंह से की थी।

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