



विनीत माहेश्वरी (संवाददाता)
नई दिल्ली, 16 अक्टूबर खुदरा रियल एस्टेट क्षेत्र में निजी इक्विटी (पीई) निवेश इस
साल जनवरी-सितंबर के दौरान 63 प्रतिशत गिरकर 30.3 करोड़ अमेरिकी डॉलर रह गया। नाइट फ्रैंक
के अनुसार इस दौरान निवेशक उच्च मुद्रास्फीति के चलते खपत पर पड़ने वाले असर को लेकर
चिंतित थे।
पिछले साल की समान अवधि में खुदरा रियल एस्टेट क्षेत्र में निजी इक्विटी निवेश 81.7 करोड़
अमरीकी डॉलर था।
रियल एस्टेट सलाहकार नाइट फ्रैंक इंडिया ने ‘भारत में निजी इक्विटी निवेश के रुझान’ शीर्षक से
जारी एक रिपोर्ट में कहा, ”निवेशकों ने खुदरा क्षेत्र से परहेज किया, क्योंकि उन्हें उच्च मुद्रास्फीति के
किसी नकारात्मक असर के बारे में चिंता है।”
हालांकि, सलाहकार फर्म को लगता है कि खुदरा क्षेत्र में निवेश आता रहेगा, क्योंकि इसकी वृद्धि
संभावनाओं में तेजी बनी हुई है। उसने कहा कि खुदरा रियल एस्टेट क्षेत्र में निवेशक बड़े शहरों के
अलावा अन्य शहरों का रुख भी कर रहे हैं।
नाइट फ्रैंक इंडिया ने कहा कि कुल मिलाकर भारतीय रियल एस्टेट क्षेत्र ने जनवरी-सितंबर 2022 के
दौरान कार्यालय, वेयरहाउसिंग, आवासीय और खुदरा क्षेत्रों में 4.2 अरब अमेरिकी डॉलर का निजी
इक्विटी निवेश हासिल किया, जो पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 25 प्रतिशत कम है।