



नई दिल्ली – अतुल अग्रवाल
नई दिल्ली – 13 अक्टूबर भारतीय प्रदूषण नियंत्रण संघ (आईपीसीए), एक गैर सरकारी संगठन है जो पिछले 20 वर्षों से पर्यावरण सुरक्षा के क्षेत्र में काम कर रही है, और एऍमएस ओएसआरएएम(OSRAM) एक ऑस्ट्रियाई कंपनी है, जो ऑप्टिकल सॉल्यूशन प्रदान करने में ग्लोबल लीडर है, यह दोनो समाज के बीच अपशिष्ट श्रमिकों की क्षमता निर्माण और ई-कचरा प्रबंधन के लिए बुनियादी ढांचे को मजबूत करना के उद्देश्य से एक साथ आए हैं। यह पहल विभिन्न हितधारकों के बीच जागरूकता पैदा करके ई-कचरे के प्रबंधन पर केंद्रित है और एकत्र किए गए ई-कचरे को खत्म करने में और उचित पुनर्चक्रण के लिए चैनलाइज़ करती है। इस पहल का लक्ष्य इलेक्ट्रॉनिक कचरे के लिए एक कुशल सप्लाई चेन विकसित करना है। वर्तमान में यह परियोजना दिल्ली-एनसीआर में क्रियान्वित की जा रही है।
आईपीसीए एक गैर-सरकारी संगठन ( NGO ) है जो अखिल भारतीय स्तर पर विभिन्न हितधारकों को कई प्रकार की सेवाएं प्रदान करके पर्यावरण के लिए काम कर रही है। इन सेवाओं में है ठोस अपशिष्ट प्रबंधन की विकेन्द्रीकृत प्रणाली का कार्यान्वयन, अपशिष्ट श्रमिकों की क्षमता बढ़ाना, जीवन निपटान का अंत के लिए कचरे का चैनलाइजेशन, प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन के लिए बुनियादी ढांचे की स्थापना, एमएलपी वेस्ट रीसाइक्लिंग, ईपीआर का कार्यान्वयन शामिल है, लेकिन ये यही तक सीमित नहीं है। उद्योग, सीएसआर परियोजनाओं का निष्पादन, उद्यमियों को विकसित करने के लिए शैक्षणिक पाठ्यक्रम की पेशकश, और वायु प्रदूषण निगरानी और प्रबंधन सेवाएं सेवाओं में आईपीसीए कार्यरत है।
ऑस्ट्रिया स्थित कंपनी, एम्स ओएसआरएएम ने अपने कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) के हिस्से के रूप में यह पहल की है, जिसका उद्देश्य विभिन्न हितधारकों के बीच जागरूकता पैदा करके ई-कचरा प्रबंधन के लिए एक कुशल सप्लाई चेन विकसित करना, अपशिष्ट श्रमिकों की क्षमता को मजबूत करना है। उचित प्रबंधन के लिए ई-कचरे का संग्रह और चैनलाइज़ करना है। वर्तमान में यह परियोजना दिल्ली-एनसीआर में निष्पादित की जा रहीं हैं!