



विनीत माहेश्वरी (संवाददाता)
नई दिल्ली. 12 अक्टूबर पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री ने कहा कि चालू वित्त
वर्ष में देश की आर्थिक वृद्धि 6-7 प्रतिशत के बीच रह सकती है। पीएचडी चैंबर का यह अनुमान
ऐसे समय आया है जबकि अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने मंगलवार को अपनी एक वैश्विक रिपोर्ट में
भारत की वृद्धि के अनुमान को 7.4 प्रतिशत से घटाकर 6.8 प्रतिशत कर दिया है। आईएमएफ ने
भू-राजनैतिक और बढ़ती मुद्रास्फीति की चुनौतियों के मद्देनजर वैश्विक वृद्धि दर को भी घटाकर
2.7 प्रतिशत कर दिया है।
पीएचडी चैंबर के अध्यक्ष साकेत डालमिया ने बुधवार को यहां एक संवाददाता सम्मेलन में देश की
आर्थिक वृद्धि की संभावनाओं के बारे में एक सवाल पर कहा,“ अन्य देशों के मुकाबले भारत में
उत्पादों की अच्छी मांग के बदौलत विनिर्माण और सेवा क्षेत्र में अपेक्षाकृत बेहतर प्रदर्शन कर रहा है।
इसे देखते हुए हमें भारत में आर्थिक वृद्धि अच्छी रहने की संभावना दिखती है।”
डालमिया ने कहा कि चालू वित्त वर्ष में भारत की सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि 6-7
प्रतिशत के बीच रहेगी जो दुनिया की बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में ऊंची होगी। उल्लेखनीय है कि विश्व
बैंक ने भी भारत की वृद्धि दर को 7.5 प्रतिशत से घटाकर 6.5 प्रतिशत और भारतीय रिजर्व बैंक ने
7.2 प्रतिशत से घटाकर 7.0 प्रतिशत कर दिया था। डालमिया ने कहा कि पीएचडी चैंबर में 70
प्रतिशत सदस्य मध्यम आकार की कंपनियां हैं।
उन्होंने कहा कि भारत ने अपनी अध्यक्षता में जी-20 मंच पर एक विषय-‘भारत की आत्मा’ रखा है
उसी तरह हम दुनिया के सामने ‘भारतीय उद्योग की आत्मा’ का प्रदर्शन करेंगे। पीएचडी चैंबर, भारत
के 75 वर्ष की पृष्ठभूमि के साथ 75 महीनों में अमेरिका और यूरोप के 75 संभावित देशों को कृषि
समेत कपड़ा, ऑटो, फार्मास्यूटिकल्स समेत 75 उत्पादों के निर्यात पर ध्यान केंद्रित कर रहा हैं।
जिससे देश को 2027 तक 750 अरब डॉलर का व्यापार लक्ष्य हासिल करने में मदद मिलेगी। देश
के निर्यात में बढ़ावा देने के लिए अमेरिका, कनाडा, जर्मनी, फ्रांस, ब्रिटेन, जापान, संयुक्त अरब
अमीरात और चीन और अन्य देशों के बाजारों पर केंद्र बिंदु पर रहेंगे।
डालमिया ने कहा कि हम महिलाओं के स्वामित्व वाले व्यवसायों के सक्रिय योगदान के बिना 2047
तक एक विकसित राष्ट्र बनने की अपनी महत्वाकांक्षा को साकार नहीं कर सकते। हम महिला स्टार्ट-
अप की सुविधा के लिए एक नई पहल की योजना बना रहे हैं और प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण के
अनुरूप नारी शक्ति के साथ हमारे विचार समान हैं। पीएचडी चैंबर में अक्टूबर 2022 में सर्वश्री
साकेत डालमिया, संजीव अग्रवाल और हेमंत जैन को क्रमशः अध्यक्ष, वरिष्ठ उपाध्यक्ष और उपाध्यक्ष
की जिम्मेदारी दी गयी है।