विनीत माहेश्वरी (संवाददाता )
मुंबई, 03 अक्टूबर घरेलू बाजारों में सुस्ती के रुख और निवेशकों के जोखिम से बचने की
प्रवृत्ति हावी रहने से रुपया सोमवार को शुरुआती कारोबार के दौरान अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 38
पैसे कमजोर होकर 81.78 के स्तर पर फिसल गया।
कारोबारियों ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम में तेजी आने से भी रुपये की
स्थिति पर असर पड़ा है।
अंतर-बैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 81.65 प्रति डॉलर के भाव पर खुला और जल्द ही
81.78 के स्तर पर गिर गया। इस तरह पिछले कारोबारी दिवस की तुलना में रुपये में 38 पैसे की
गिरावट दर्ज की गई।
शुक्रवार को रुपया 33 पैसे की मजबूती के साथ 81.40 रुपये प्रति डॉलर के स्तर पर बंद हुआ था।
इस बीच दुनिया की छह प्रमुख मुद्राओं के समक्ष डॉलर की मजबूती को आंकने वाला डॉलर सूचकांक
0.04 प्रतिशत गिरकर 112.08 के स्तर पर आ गया।
अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 2.77 प्रतिशत की बढ़त के साथ 87.50 डॉलर प्रति बैरल पर
कारोबार कर रहा था।
घरेलू शेयर बाजारों में बीएसई और एनएसई दोनों में ही शुरुआती कारोबार के दौरान गिरावट का रुख
रहा।
विदेशी संस्थागत निवेशकों ने फिर से भारतीय बाजारों से निकासी का रुख अपना लिया है। उपलब्ध
आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी निवेशकों ने सितंबर के महीने में कुल 7,600 करोड़ रुपये मूल्य के शेयरों
की शुद्ध बिकवाली की है।