



विनीत माहेश्वरी (संवाददाता )
नई दिल्ली, 09 सितंबर दुबई में गुरुवार की शाम को, विराट कोहली ने एशिया कप में
अफगानिस्तान के खिलाफ अपना 71 वां अंतरराष्ट्रीय शतक पूरा किया। इसके साथ ही उन्होंने पिछले
ढाई वर्षों से चले आ रहे शतक के सूखे को खत्म करते हुए ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज रिकी पोंटिंग की
बराबरी कर ली। कोहली ने अफगानी तेज गेंदबाज फरीद अहमद की गेंद पर एक बड़ा पुल शॉट
लगाकर अपना शतक पूरा किया।
मैच के बाद कप्तान केएल राहुल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, मुझे लगता है कि जश्न अधिक राहत देने
वाला था। राहुल ने कहा, पिछले 2-3 वर्षों से पहले जब कोहली हर दूसरे मैच में 100 रन बनाते थे,
तो उनकी मानसिकता, रवैया और कार्य-नैतिकता में कोई अंतर नहीं था। देश का प्रतिनिधित्व करने
और अपनी टीम के लिए मैच जीतने के प्रति उनकी इच्छा और जुनून हमेशा से शानदार रही है।
राहुल ने यह भी बताया कि किस तरह कोहली की कठिन अवधि के दौरान धैर्य दिखाने की क्षमता
टीम के लिए भी एक सीख थी। राहुल ने कहा, मुझे लगता है कि हम भी संख्या के प्रति बहुत जुनूनी
हैं-केवल अगर शतक मारा जा रहा है, तो बल्लेबाज को फॉर्म में माना जाता है-लेकिन पिछले 2-3
वर्षों में उनका योगदान अभूतपूर्व था। पिछले दो या तीन वर्षों में सफेद गेंद वाले क्रिकेट में रन बनाने
के मामले में वे शीर्ष खिलाड़ियों में रहे हैं।
राहुल ने कहा, एक खिलाड़ी के रूप में, आप हमेशा परिपूर्ण होना चाहते हैं या खुद को चुनौती देना
चाहते हैं। आप उत्कृष्टता के पीछे दौड़ते हैं। कोहली ने अपने खेल पर कड़ी मेहनत की है, वह
धैर्यवान बना हुआ है-और यह समूह में हमारे लिए यह एक बड़ी सीख रही है। उतार-चढ़ाव हर
खिलाड़ी के करियर का हिस्सा है। बस इस दौरान आपको जो सामने है, उसपर ध्यान केन्द्रित करने
की जरुरत है।