



विनीत माहेश्वरी (संवाददाता )
ढाका, 26 अगस्त म्यांमार की सेना द्वारा पांच साल पहले उन पर की गई कार्रवाई के लिए न्याय की
मांग को लेकर हजारों रोहिंग्या मुसलमानों ने बांग्लादेशी शरणार्थी शिविरों में रैली की। कॉक्स बाजार जिले में अपने
अस्थायी आवासों के बाहर एकत्र हुए शरणार्थियों ने गुरुवार को कहा, हमें न्याय चाहिए।
डीपीए समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, 10,000 से अधिक लोगों के साथ रैली ने म्यांमार से सैकड़ों हजारों
रोहिंग्या मुसलमानों के सामूहिक पलायन की पांचवीं वर्षगांठ को चिन्हित किया। समुदाय के नेताओं ने शरणार्थियों
की सुरक्षित और सम्मानजनक वापसी की मांग की।
बांग्लादेश 10 लाख से अधिक रोहिंग्या मुसलमानों की मेजबानी कर रहा है। 25 अगस्त, 2017 को बौद्ध-बहुल
म्यांमार द्वारा अल्पसंख्यक समूह पर सैन्य कार्रवाई शुरू करने के बाद उनमें से लगभग 750,000 ने सीमा पार की
थी। समुदाय के नेताओं में से एक मोहम्मद जुबैर ने कुटुपलोंग शिविर में एक रैली में कहा, हम जीवनभर शिविरों
के अंदर नहीं फंसना चाहते, यह दर्दनाक है। हम अपने घर वापस जाना चाहते हैं।
बांग्लादेश और म्यांमार के बीच एक समझौते के अनुसार, रोहिंग्या को वापस लाने के पहले प्रयास 2019 में विफल
हो गए, जब शरणार्थियों ने सुरक्षा चिंताओं के कारण वापसी की पेशकश को ठुकरा दिया। संयुक्त राष्ट्र ने गुरुवार
को रोहिंग्या संकट के स्थायी समाधान का आह्वान किया।