



विनीत माहेश्वरी (संवाददाता )
गाजियाबाद, 21 अगस्त महंगी कार और बाइक पर चंद सेकंड में हाथ साफ करने में माहिर चोरों का
सरताज (गैंग लीडर) अपने साथी तथा कबाड़ी के साथ पुलिस के हत्थे चढ़ा है। गैंग लीडर पर दिल्ली एवं यूपी के
विभिन्न थानों में वाहन चोरी के 43 केस दर्ज हैं। अपने शौक पूरे करने एवं परिवार का खर्च चलाने के लिए यह
गिरोह लंबे समय से वाहन चोरी की घटनाओं को अंजाम दे रहा था। आरोपियों के कब्जे से पुलिस ने चोरी की कार
के अलावा 5 बाइक बरामद की हैं। कुछ बदमाशों व कबाड़ियों की पुलिस को सरगर्मी से तलाश है। गाजियाबाद में
अंतरराज्यीय वाहन चोर गिरोह का खुलासा हुआ है।
क्राइम ब्रांच की टीम ने मुखबिर की सूचना पर थाना नंदग्राम पुलिस के साथ मिलकर आशाराम कट के पास से
चोरी की कार व बाइक के साथ संजय सैनी निवासी ग्राम अनवरपुर हापुड़, कमल उर्फ सोनू निवासी पंचकुला
कॉलोनी चिपियाना गौतमबुद्ध नगर व मासूम अली पुत्र उमेर निवासी ग्राम चचरई थाना जहांगीराबाद बुलंदशहर को
दबोचा। आरोपियों की निशानदेही पर खाली भूखंड से चोरी की 4 और बाइक बरामद की गईं। पुलिस ने बताया कि
संजय सैनी गिरोह का सरगना है। उसके विरूद्ध दिल्ली एवं यूपी के विभिन्न थानों में वाहन चोरी के 43 केस दर्ज
हैं। कमल सिंह गैंग का सक्रिय सदस्य है। इस गिरोह से कबाड़ी मासूम अली चोरी के वाहनों को खरीदता था।
चोरी की बाइक को 4 से 5 हजार रुपए में बेचा जाता था। तदुपरांत कबाड़ी बाइक के कलपुर्जे निकाल कर उन्हें बेच
मोटा मुनाफा कमाता था। गैंग लीडर संजय वाहन चोरी में दिल्ली, गाजियाबाद, मेरठ, नोएडा, बदायूं, हापुड़ से पूर्व
में जेल भी जा चुका है। मासूम अली चोरी की बाइक पर सवार होकर बुलंदशहर से गाजियाबाद आया था। पुलिस
का कहना है कि वाहन चोर गिरोह से जुड़े अन्य सदस्यों एवं कबाड़ियों की गिरफ्तारी के लिए अलग से टीम गठित
की गई है। फरार आरोपियों को भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।