विनीत माहेश्वरी (संवाददाता )
संगरूर (पंजाब), 21 अगस्त केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मंडाविया ने रविवार
को पंजाब के इस शहर में पीजीआईएमईआर सैटेलाइट सेंटर की प्रगति की समीक्षा करने के लिए दौरा किया और
इस मौके पर उन्होंने कहा कि यह अगले साल जनवरी तक काम करना शुरू कर देगा।
परियोजना के क्रियान्वयन की गति पर संतोष व्यक्त करते हुए मंत्री ने कहा, चिकित्सा उपकरणों की खरीद सहित
जिस गति से कार्य निष्पादित किया जा रहा है, सैटेलाइट सेंटर जनवरी 2023 तक पूरी तरह कार्यात्मक होगा और
ना केवल स्थानीय आबादी के लिए बल्कि दूर-दूर के लोगों के लिए एक बड़ी राहत प्रदान करेगा।
स्वतंत्रता का अमृत महोत्सव के अवसर पर प्रधानमंत्री द्वारा 15 जुलाई को 75 दिनों के लिए शुरू किए गए
नि:शुल्क एहतियाती टीकाकरण अभियान की सफलता के बारे में जानकारी देते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा, अब तक
एक महीने और तीन दिनों में इस पहल के तहत टीकाकरण कराकर 13 करोड़ से अधिक लोगों ने इस सुविधा का
लाभ उठाया है।
उन्होंने पंजाब के लोगों और आम तौर पर देश के लोगों, विशेष रूप से कमजोर आबादी से, 75 दिनों के शेष में
टीका लगवाने और खुद को कोविड संकट का सामना करने के लिए तैयार करने का आग्रह किया।
कोविड संकट से निपटने में उनकी सराहनीय भूमिका के लिए स्वास्थ्य कर्मियों की सराहना करते हुए, मंत्री ने कहा,
हमारे देश को दो चीजों के लिए दुनिया भर में सराहा गया है, दिशा-निर्देशों का पालन करके कोविड प्रबंधन के लिए
और 200 करोड़ से अधिक के निशान को पार करके टीकाकरण अभियान के लिए।
सभी के लिए वहनीय स्वास्थ्य की आवश्यकता का समर्थन करते हुए मंत्री ने जेनेरिक दवाओं को बढ़ावा देने के
लिए सरकार की पहल के बारे में साझा किया, जिसमें देश भर में 8,500 से अधिक जन औषधि केंद्र शामिल हैं,
जहां देश में प्रतिदिन 20 लाख से अधिक लोगों का दौरा करते हैं, राष्ट्रीय चिकित्सा परिषद के साथ जुड़कर
जागरूकता अभियान और एक ऐप जनवरी लॉन्च किया। उन्होंने यह भी साझा किया कि संगरूर में सैटेलाइट सेंटर
में एक जन औषधि केंद्र भी खोला जाएगा।
इससे पहले, पीजीआईएमईआर के निदेशक विवेक लाल, उप निदेशक (प्रशासन) कुमार गौरव धवन, उपायुक्त जितेंद्र
जोरवाल, चिकित्सा अधीक्षक विपिन कौशल सहित अन्य लोगों ने मंत्री का गर्मजोशी से स्वागत किया। मंत्री के
समक्ष एक विस्तृत प्रस्तुति दी गई, जिसमें उन्हें अवगत कराया गया कि चंडीगढ़ में पीजीआईएमईआर में भीड़भाड़
को कम करने और रोगियों के आवाजाही को कम करने के इरादे से 300 बेड के अस्पताल वाले सैटेलाइट सेंटर की
परिकल्पना की गई थी।
विवेक लाल ने कहा कि 25 एकड़ में फैले सैटेलाइट सेंटर प्रोजेक्ट पर 449 करोड़ रुपये की लागत आएगी। चरण 1
को पहले ही अस्थायी ओपीडी, एक गेस्ट हाउस और चारदीवारी के निर्माण के साथ निष्पादित किया जा चुका है
और निष्पादन के चरण 2 को तेजी से ट्रैक किया जा रहा है। लाल ने कहा कि सैटेलाइट सेंटर में अक्टूबर 2016 से
अस्थायी ओपीडी चालू है, अब तक 2,78,416 मरीजों की जांच की जा चुकी है। बाद में मंत्री ने अस्थायी ओपीडी
का दौरा किया, जहां उन्होंने डॉक्टरों, पैरामेडिक्स और मरीजों से बातचीत की और वहां मरीजों को दी जा रही
सुविधाओं के बारे में जानकारी ली।