



विनीत माहेश्वरी (संवाददाता )
हरारे, 21 अगस्त पहले दो मैचों में एकतरफा जीत दर्ज करने वाली भारतीय टीम जिंबाब्वे की कमजोर
टीम के खिलाफ सोमवार को यहां होने वाले तीसरे और अंतिम एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में भी किसी
तरह की ढिलाई नहीं बरतना चाहेगी और क्लीन स्वीप के इरादे से मैदान पर उतरेगी।
भारत ने पहले दो मैचों में जिंबाब्वे को खेल के हर क्षेत्र में परास्त किया और तीसरे मैच में भी कहानी बदलने की
संभावना नहीं है। जिंबाब्वे अभी तक भारतीय टीम के सामने फिसड्डी साबित हुआ है।
भारतीय टीम ऐसे में अगले साल होने वाले आईसीसी विश्व कप जैसी प्रतियोगिताओं को ध्यान में रखकर प्रयोग
करना जारी रख सकती है।
कार्यवाहक कप्तान केएल राहुल ने अब तक युवा खिलाड़ियों को अच्छा प्रदर्शन करके टीम में अपनी जगह पक्की
करने का पूरा मौका दिया है।
इसमें संदेह नहीं कि भारतीय खिलाड़ियों को अभी तक कड़ी चुनौती का सामना नहीं करना पड़ा है लेकिन इस
अनुभव से उन्हें एक क्रिकेटर के रूप में खुद को निखारने में मदद मिलेगी।
भारतीय गेंदबाजों ने अभी तक जिंबाब्वे पर किसी तरह की दया नहीं दिखाई है। जिंबाब्वे की टीम पहले मैच में
189 जबकि दूसरे मैच में 161 रन पर आउट हो गई थी जिससे पता चलता है कि भारतीय गेंदबाजों के सामने
उसके बल्लेबाज रन बनाने के लिए जूझ रहे हैं।
दूसरी तरफ उसके गेंदबाज भारतीय बल्लेबाजों को परेशानी में डालने में नाकाम रहे हैं जिसमें वनडे के कुछ बेहतरीन
खिलाड़ी शामिल हैं। केवल शिखर धवन के वनडे के आंकड़ों से ही इसका अनुमान लगाया जा सकता है।
बेहद प्रतिभाशाली शुभमन गिल ने इस दौरे में अब तक जैसा प्रदर्शन किया है निश्चित तौर पर वह उससे संतुष्ट
नहीं होंगे और एक बार फिर से जिंबाब्वे के गेंदबाजों पर हावी होने की कोशिश करेंगे।
पिछले मैच में धवन के साथ राहुल स्वयं पारी का आगाज करने के लिए उतरे थे लेकिन वह ज्यादा देर तक नहीं
टिक पाए। इसके बावजूद वह फिर से पारी की शुरुआत करने के लिए उतर सकते हैं।
कुछ प्रमुख गेंदबाजों की अनुपस्थिति में भी भारतीय गेंदबाजों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया है तथा दीपक चाहर,
मोहम्मद सिराज, शार्दुल ठाकुर, प्रसिद्ध कृष्णा और अक्षर पटेल के प्रयास को प्रतिद्वंद्वी के कमजोर होने के
कारण कम नहीं आंका जा सकता।
बल्लेबाजों में यदि ईशान किशन को एक और मौका मिलता है तो वह इसका पूरा फायदा उठाना चाहेंगे।
जिंबाब्वे ने पहला मैच 10 विकेट से गंवाने के बाद दूसरे मैच में हार का अंतर को कम किया लेकिन से बेहतर
परिणाम हासिल करने के लिए उन्हें अपना सब कुछ झोंक देना होगा।
भारत के सामने उनकी टीम भले ही कमजोर नजर आती है लेकिन पिछले कुछ समय से जिंबाब्वे के सर्वश्रेष्ठ
बल्लेबाज रहे सिकंदर रजा और सीन विलियम्स को ऊपरी क्रम में भेज कर वह कुछ चुनौती पेश कर सकता है।
टीमें इस प्रकार हैं:
भारत: केएल राहुल (कप्तान), शिखर धवन (उपकप्तान), रुतुराज गायकवाड़, शुभमन गिल, दीपक हुड्डा, राहुल
त्रिपाठी, ईशान किशन (विकेटकीपर), संजू सैमसन (विकेटकीपर), शार्दुल ठाकुर, कुलदीप यादव, अक्षर पटेल, अवेश
खान, प्रसिद्ध कृष्णा, मोहम्मद सिराज, दीपक चाहर, शाहबाज अहमद।
जिम्बाब्वे: रेजिस चकबवा (कप्तान), रयान बर्ल, तनाका चिवंगा, ब्रैडली इवांस, ल्यूक जोंगवे, इनोसेंट काया,
ताकुदज़्वानाशे कैटानो, क्लाइव मदांडे, वेस्ली मधेवेरे, तदीवानाशे मारुमनी, जॉन मसारा, टोनी मुन्योंगा, रिचर्ड
नगारवा, विक्टर न्याउची, मिल्टन शुम्बा, डोनाल्ड तिरिपानो।
मैच भारतीय समयानुसार दोपहर बाद 12:45 पर शुरू होगा।
त्वेसा 51वें स्थान पर रही, नेली कोर्डा ने जीता खिताब
सोटोग्रांडे (स्पेन), 21 अगस्त (वेब वार्ता)। भारत की त्वेसा मलिक अंतिम दौर में उतार चढ़ाव वाले प्रदर्शन के बाद
यहां अरामको गोल्फ सीरीज सोटोग्रांडे गोल्फ टूर्नामेंट में 51वें स्थान पर रही।
त्वेसा ने चार बर्डी बनायी लेकिन इस बीच पांच बोगी भी की। अंतिम दौर में उनका स्कोर 73 रहा। उनका कुल
स्कोर चार ओवर 220 रहा।
त्वेसा इस टूर्नामेंट में भाग लेने वाली एकमात्र भारतीय खिलाड़ी थी। वह अब लेडीज यूरोपियन टूर में अगले सप्ताह
स्वीडन में स्काफ्टो ओपन में भाग लेगी।
इस बीच विश्व में नंबर तीन खिलाड़ी नेली कोर्डा ने अंतिम दौर में पांच अंडर 67 का स्कोर बनाया और अरामको
टीम सीरीज में तीन शॉट से व्यक्तिगत खिताब जीता।