



विनीत माहेश्वरी (संवाददाता )
वाशिंगटन, 20 अगस्त धूम्रपान कर रहे व्यक्ति के आसपास रहने वाले लोगों को कैंसर का अधिक
खतरा हो सकता है। ‘द लांसेट जर्नल’ में प्रकाशित एक नये अध्ययन में यह दावा किया गया है। अध्ययन में कहा
गया है कि धूम्रपान कर रहे व्यक्ति के आसपास रहने से फेफड़े में प्रवेश करने वाला धुआं इस रोग (कैंसर) का
10वां सबसे बड़ा कारक है।
‘ग्लोबल बर्डेन ऑफ डिजिज, इंजरीज एंड रिस्क फैक्टर्स (जीबीडी)2019’ अध्ययन के नतीजों का इस्तेमाल कर
शोधकर्ताओं ने यह जांच की कि कैसे 34 व्यावहारिक, पर्यावरणीय और पेशेवर कारक 2019 में 23 तरह के कैंसर
से मौत और खराब स्वास्थ्य के लिए जिम्मेदार रहे।
वाशिंगटन विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने अनुमान लगाया है कि प्रतिदिन धूम्रपान करने वाले व्यक्ति के
आसपास रहने वाले सभी लोगों के फेफड़े में तंबाकू का धुआं प्रवेश करता है। उन्होंने इस तरह से प्रभावित होने वाले
व्यक्तियों के अनुपात का पता लगाने के लिए सर्वेक्षण किए।
अध्ययन में पाया गया है कि धूम्रपान, शराब का सेवन और शरीर का अधिक वजन होना कैंसर के तीन शीर्ष कारक
हैं।
इनके बाद, असुरक्षित यौन संबंध, रक्त में शर्करा की अधिक मात्रा, वायु प्रदूषण, एस्बेस्टस के प्रदूषण के संपर्क में
आने, साबूत अनाज और दूध की कम मात्रा वाले आहार तथा धूम्रपान करने वाले अन्य व्यक्ति के आसपास
मौजूदगी भी इसके कारकों में शामिल हैं। इन कारकों से 2019 में 37 लाख लोगों की मौत हुई थी।