प्रियंका कुमारी (संवाददाता)
Paush Amavasya 2024: हिंदू धर्म में अमावस्या तिथि का दिन अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। इस दिन स्नान-दान आदि करने से पुण्यकारी फलों की प्राप्ति होती है। इसके साथ ही अमावस्या के दिन पितरों का तर्पण और पिंडदान करने से पूर्वजों का आशीर्वाद मिलता है। इस साल की आखिरी अमावस्या यानी पौष अमावस्या 30 दिसंबर को पड़ रही है। इस दिन सोमवार भी है इसलिए इसे सोमवती अमावस्या भी कहा जाएगा। तो आइए जानते हैं कि साल 2024 की आखिरी अमावस्या के दिन क्या काम करना चाहिए जिससे उत्तम फलों की प्राप्ति होगी।
साल 2024 की आखिरी अमावस्या के दिन जरूर करें ये काम
- अमावस्या के दिन गंगा नदी या किसी अन्य पवित्र नदी में स्नान-दान जरूर करें।
- अमावस्या के दिन गरीब और जरूरतमंद को भोजन कराएं।
- अमावस्या के दिन दूध, दही, काला तिल, चीनी और कपड़े का दान करें।
- अमावस्या के दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा करें। ऐसा करने से घर में धन-धान्य में वृद्धि होती है।
- सोमवती अमावस्या के दिन ईशान कोण में घी का दीया जलाएं। इससे देवी-देवता प्रसन्न होते हैं।
- अमावस्या के दिन सूर्य देव तांबे के लोटे में जल और काला तिलकर रखकर जल अर्पित करें।
- पितृ दोष से मुक्ति के लिए अमावस्या के दिन पितरों के नाम का दीया भी जलाएं। साथ ही पूर्वजों का तर्पण और पिंडदान करें।
पौष अमावस्या 2024 मुहूर्त
- पौष माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि का प्रारंभ- 30 दिसंबर 2024को सुबह 4 बजकर 1 मिनट पर
- अमावस्या तिथि का समापन- 31 दिसंबर को तड़के 3 बजकर 56 मिनट पर
- उदया तिथि के अनुसार पौष अमावस्या तिथि- 30 दिसंबर 2024
सोमवती अमावस्या 2024 स्नान-दान मुहूर्त
पंचांग के अनुसार, पौष अमावस्या यानी सोमवती अमावस्या के दिन स्नान-दान करने के लिए ब्रह्म मुहूर्त सुबह 5 बजकर 24 मिनट से सुबह 6 बजकर 19 मिनट तक रहेगा। अमावस्या के दिन स्नान-दान करने के लिए यह मुहूर्त सबसे उत्तम रहेगा। इसके बाद इन दोनों मुहूर्त में भी स्नान-दान किया जा सकता है। अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12 बजकर 03 मिनट से दोपहर 12 बजकर 45 मिनट तक रहेगा। वृद्धि योग सुबह से लेकर रात 8 बजकर 32 मिनट तक है।