प्रियंका कुमारी(संवाददाता)
Margashirsha 2024: मार्गशीर्ष हिंदू कैलेंडर का नौवां महीना है। इसे सभी महीनों में सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है। भगवान श्रीकृष्ण ने कहा है कि, महीनों में मैं मार्गशीर्ष हूं। इसलिए धार्मिक रूप से इस महीने का महत्व और भी बढ़ जाता है। यह महीना अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार नवंबर-दिसंबर के मध्य आता है। साल 2024 में इस महीने की शुरुआत कब से हो रही है और मार्गशीर्ष के इस माह में आपको क्या करना चाहिए, और क्या करने से बचना चाहिए, इसकी जानकारी आज हम आपको अपने इस लेख में देंगे।
मार्गशीर्ष माह 2024
हिंदू पंचांग के नवें महीने मार्गशीर्ष की शुरुआत साल 2024 में 16 दिसंबर से होगी। इस दिन शनिवार है, विधिपूर्वक इस दिन भगवान कृष्ण की पूजा आराधना के साथ आप इस माह की शुरुआत कर सकते हैं। मार्गशीर्ष महीने की समाप्ति 15 दिसंबर 2024 को होगी।
मार्गशीर्ष महीने में क्या करें
- मार्गशीर्ष का महीना भगवान कृष्ण को समर्पित है। इस महीने में अगर आप दान-पुण्य करते हैं तो भगवान कृष्ण और माता लक्ष्मी की कृपा आपको प्राप्त होती है।
- इस माह में आपको प्रतिदिन ब्रह्ममुहूर्त में उठकर स्नान करना चाहिए। स्वच्छ होने के बाद आप गीता, रामचरितमानस जैसी धार्मिक पुस्तकों का अध्ययन इस माह कर सकते हैं। ऐसा करने से प्रभु की असीम अनुकंपा आपको प्राप्त होती है।
- मार्गशीर्ष के महीने को ध्यान और साधना के लिए भी बेहद खास माना गया है। इस माह में ध्यान करने से आपको मानसिक शांति की प्राप्ति होती है, आपका अध्यात्मिक ज्ञान बढ़ता है और बौद्धिक क्षमता में भी वृद्धि होती है।
- इस माह में आपको अन्न, घी, दूध आदि का सेवन करना चाहिए इससे स्वास्थ्य लाभ होता है। साथ ही इन चीजों का दान भी आप कर सकते हैं। इन चीजों के दान के साथ ही जल का कलश, चंदन, कंबल, कपड़े, अन्न आदि का दान करने से भी आपको लाभ होता है।
- मार्गशीर्ष महीने में भगवान कृष्ण और माता लक्ष्मी की पूजा करने से सभी कष्टों से आपको मुक्ति मिल सकती है।
- ऊपर बताए गए कार्य मार्गशीर्ष के महीने में करने से आप जीवन के हर क्षेत्र में उन्नति पा सकते हैं।
मार्गशीर्ष के महीने में क्या न करें
- जो लोग इस महीने विशेष व्रत रखते हैं, उन्हें व्रत के नियमों का पूरी तरह से पालन करना चाहिए। व्रत के दौरान किसी भी तरह की भूल करने से बचना चाहिए।
- इस माह में जीरे का सेवन करना भी वर्जित माना जाता है।
- मार्गशीर्ष के महीने में अनैतिक या अपवित्र कार्यों को करने से बचना चाहिए, क्योंकि श्रीकृष्ण को समर्पित यह माह अत्यंत पवित्र माना जाता है।
- इस महीने में क्रोध, कटु वाणी और नकारात्मक विचारों से आप जितना दूर रहेंगे उतना ही आपको अच्छा परिणाम मिलेगा।
- इस माह में आपको वासना जनित विचारों को खुद पर हावी न होने दें। ऐसे विचारों से बचने के लिए ध्यान का सहारा आप ले सकते हैं।