लक्ष्मी कश्यप (संवाददाता)
नई दिल्ली: पाकिस्तान अपने नापाक इरादों से कभी बाज नहीं आता। ताजा खबर पाकिस्तान की नीयत पर साफ सवाल खड़ा करती है। दरअसल जानकारी मिली है कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी, चीनी खुफिया एजेंसियों के साथ मिलकर काम कर रही है और जम्मू-कश्मीर में रणनीतिक और महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचा परियोजनाओं, विशेष रूप से महत्वपूर्ण सुरंगों के साथ महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों और पुलों से संबंधित परियोजना के बारे में जानकारी जमा करने की कोशिश कर रही है।
क्या है पूरा मामला?
पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर के हजीरा और काली घाटी में प्रशिक्षण देने के बाद लगभग 20 आतंकवादियों को पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर के कोटली बाग मुजफ्फराबाद भिम्बर इलाके में भेजा गया है और उन्हें हथियार चलाने का नक्शा, पढ़ने की तकनीक, जीपीएस डेटा विश्लेषण, प्राथमिक चिकित्सा और जंगल युद्ध का प्रशिक्षण भी दिया गया है। ये सब पाकिस्तानी सेना एसएसजी कमांडो और आईएसआई की उपस्थिति में हुआ है।
इस बार, पाकिस्तान आतंकियों को लॉन्चिंग कमांडर की दिशा में भेजने के लिए बेताब है। मिली जानकारी के मुताबिक, 4 से 5 लश्कर आतंकियों को लॉन्चिंग कमांडर मुश्ताक अहमद के डायरेक्शन में पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर के डोडिया में भेजा गया है। इसके अलावा और भी आतंकियों को अबु हमजा, अबू मोसैब, कारी सैफुल्लाह के साथ चकोटी क्षेत्र में भेजा गया है।
इस बार मौसम परिवर्तन के कारण पाकिस्तान, आईएसआई और पाकिस्तानी सेना का मुख्य फोकस जम्मू क्षेत्र है। इसलिए वे मौसम बदलने से पहले घुसपैठ की कोशिश कर रहे हैं, हालांकि बर्फबारी शुरू हो गई है, लेकिन पाकिस्तान को लगता है कि यही वह खिड़की है जब वह और अधिक आतंकी घुसपैठ करा सकते हैं।
कौन है लश्कर आतंकी अबु हमजा?
लश्कर आतंकी अबू हमजा, लश्कर का कमांडर है और पाकिस्तानी सेना के एसएसजी और अन्य गुर्गों के साथ लॉन्चिंग कमांडर है। वह एलओसी पर ढेरी इलाके से लेकर पीओजेके के लंजोत इलाके तक लगातार रेकी कर रहा है।
एक अन्य पाकिस्तानी हैंडलर जिसका कोड नाम अबू मोहम्मद है, वह नौ आतंकवादियों का लॉन्चिंग कमांडर भी है। उसे पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर के नाली इलाके के पास देखा जा सकता है। वे घुसपैठ की भी कोशिश कर रहे हैं और बैट एक्शन के लिए पाकिस्तानी सेना के साथ सक्रिय रूप से भाग ले रहे हैं।
पाकिस्तानी हमेशा ड्रोन से पाकिस्तानी सेना और आतंकवादियों की मौजूदगी में रेकी करने की कोशिश करते रहते हैं ताकि वे भारत के जम्मू क्षेत्र में घुसपैठ कर सकें। मिली जानकारी के मुताबिक, उल्लू I पोस्ट एरिया से लेकर निकियाल कोटली मुजफ्फराबाद रावलकोट तक पाकिस्तानी सेना के साथ आतंकियों की भारी तैनाती की गई है, ताकि जब भी मौका मिले आतंकी घुसपैठ कर सकें।