लक्ष्मी कश्यप (संवाददाता)
शनि ग्रह 28 फरवरी को कुंभ राशि में अस्त हो जाएंगे। अप्रैल के महीने के दूसरे हफ्ते तक शनि अस्त अवस्था में ही रहेंगे। शनि के अस्त होने से कुछ राशियों के जीवन में अच्छे बदलाव आ सकते हैं। खासकर शनि की साढ़ेसाती का असर इस दौरान कम होगा और जो भी राशियां साढ़ेसाती की चपेट में हैं उन्हें अच्छे परिणाम इस दौरान मिल सकते हैं। ये राशियां कौन-कौन सी हैं और किस तरह के फल शनि के अस्त होने से इन्हें प्राप्त होंगे आइए जानते हैं।
इन राशियों पर है शनि की साढ़ेसाती
शनि ग्रह वर्तमान समय में कुंभ राशि में विराजमान हैं। 29 मार्च को ये कुंभ से मीन राशि में प्रवेश करेंगे। कुंभ राशि में शनि के विराजमान होने से मकर, कुंभ और मीन राशि के जातक साढ़ेसाती के प्रभाव में हैं। हालांकि शनि के अस्त होने के बाद साढ़ेसाती के बुरे प्रभावों में कमी आ सकती है।
मकर राशि
आप साढ़ेसाती के अंतिम चरण में हैं। मार्च में शनि के मीन राशि में गोचर के बाद आप शनि की साढ़ेसाती से मुक्त हो जाएंगे। वहीं शनि के अस्त होने के चलते आपको पैतृक कारोबार में लाभ हो सकता है। घर परिवार में शुभ मांगलिक कार्यों के होने की भी संभावना है। जो लोग अपना काम शुरू करना चाहते हैं, उन्हें भी इस दौरान सफलता प्राप्त होगी। करियर के क्षेत्र में भी इस राशि के जातकों को अनुकूल परिणाम मिलेंगे। आपके जीवन की कई परेशानियां इस दौरान हल हो सकती हैं।
कुंभ राशि
शनि के अस्त होने से आपको मिलेजुले परिणाम प्राप्त होंगे। आप सक्रिय होंगे और अपने कार्यों को समय पर पूरा कर पाएंगे, लेकिन मानसिक रूप से चिंतित इस राशि के कुछ लोग नजर आएंगे। वैवाहिक जीवन में सुखद बदलाव देखने को मिलेंगे। जीवनसाथी आपका पूरा सहयोग करेगा। संचित धन में वृद्धि इस दौरान हो सकती है। सामाजिक स्तर पर आपका काम सराहा जाएगा। कुछ लोगों को उच्च पद की प्राप्ति इस दौरान हो सकती है।
मीन राशि
शनि के अस्त होने से आपको आर्थिक रूप से लाभ हो सकता है। घाटे के सौदे से भी फायदा इस राशि के जातक पा सकते हैं। आपकी मुखरता भी बढ़ेगी और अपनी बातों को लोगों के सामने स्पष्टता से रख पाएंगे। करियर में अनुकूल परिणाम आपको देखने को मिल सकते हैं। वहीं आपकी सेहत भी इस दौरान पहले से बेहतर रहेगी। अगर आप विदेशों से जुड़ा काम करते हैं तो मुनाफा हो सकता है। वहीं अटके हुए कार्य भी इस दौरान पूरे होंगे। कुछ जातक आध्यात्मिक क्षेत्रों में आगे बढ़ सकते हैं।