लक्ष्मी कश्यप (संवाददाता)
नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनाव का परिणाम वाकई चौंकाने वाला रहा। जिस तरह से पिछले दो विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने बीजेपी और कांग्रेस की दुर्गति कर दी थी उसे भी ऐसा रिजल्ट आने की उम्मीद नहीं होगी। वर्ष 2020 के विधानसभा चुनाव में अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी ने 70 में से 62 सीटों पर जीत हासिल की थी और बीजेपी केवल 8 सीटों तक सिमट गई थी। लेकिन इस बार बीजेपी ने जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए 48 सीटें जीत ली और आम आदमी पार्टी की 22 सीटों तक सीमित कर दिया। बीजेपी के इस शानदार प्रदर्शन से पार्टी के अंदर खुशी और जश्न का माहौल है। पार्टी के नेता और कार्यकर्ता इससे भावुक भी नजर आए। आदर्श नगर विधानसभा सीट से जीत हासिल करनेवाले राजकुमार भाटिया इंडिया टीवी से बात करते हुए भावुक हो गए। उनकी आंखों से आंसू छलक पड़े।
आप के मुकेश गोयल को 11452 वोटों से हराया
आदर्श नगर विधानसभा सीट से बीजेपी के राजकुमार भाटिया ने आम आदमी पार्टी के मुकेश गोयल को 11452 वोटों से हरा दिया। राज कुमार भाटिया को कुल 52510 मिले वहीं मुकेश गोयल को 41028 वोट मिले। लोगों से मिले इस प्यार और सम्मान के बारे में इंडिया टीवी से बात करते हुए राजकुमार भाटिया भावुक हो गए और उनकी आंखों से आंसू छलक पड़े। 2019 में राज कुमार भाटिया महज़ 1500 वोटों से आम आदमी पार्टी के पवन शर्मा से चुनाव हार गए थे।
घर-घर तक मोदी जी की चिट्ठी पहुंचाई
राजकुमार भाटिया ने इस जीत का श्रेय मोदी जी को और पार्टी के कार्यकर्ताओं को दिया। उन्होंने कहा कि इस बार हमने कुछ अलग तरीके से काम किया। हमलोगों ने घर-घर तक मोदी जी की चिट्ठी पहुंचाई। घर-घर जा कर सबसे मिले। लोगों को मोदी जी की योजनाएं बताई। हमने कहा कि ये सिर्फ वादे नहीं हैं, बल्कि हम इन योजनाओं को पूरा करेंगे।
हर बूथ, हर झुग्गी में गए
उन्होंने बताया कि संगठन ने काफी मेहनत की और उसी का नतीजा है कि इस तरह का रिजल्ट हमारे सामने आया। हमने माइक्रो लेवल पर मैनेज किया। हर बूथ पर गए। हर झुग्गी में गए। हर व्यक्ति और हर वर्ग के लोगों से मिले। राजकुमार भाटिया ने कहा कि 27 साल बाद बीजेपी की वापसी हुई है। यह बहुत ख़ुशी की बात है। सबने खूब मेहनत की। स्मृति ईरानी जी भी मेरे रोड शो में आई थीं। उन्होंने भी दिखाया कैसे लोगों से मुझे प्यार मिल रहा है।
दिल्ली का सीएम कौन होगा?
वहीं अब दिल्ली का सीएम कौन होगा? इस सवाल पर राजकुमार भाटिया ने कहा कि यह तो पार्टी तय करेगी। मेरे मन में भी एक नाम है पर वो कॉन्फिडेंशियल है। मैं अपने से बेहतर नेता का ही नाम दूंगा। मुझे मुख्यमंत्री बनने की कोई चाह नहीं है। पार्टी जो भी फैसला लेगी। बैठक के बाद वही फैसला मंज़ूर होगा।