लक्ष्मी कश्यप (संवाददाता)
अंगकोरवाट मंदिर: हिंदू धर्म सिर्फ भारत तक सीमित नहीं है। इसकी पुरातन संस्कृति की झलक पूरी दुनिया में दिखती है। यही कारण है कि इस धर्म के प्रतीक, अवशेष, चिन्ह यहां तक प्राचीन मंदिर विदेशों में भी मिलते हैं। इन्हीं प्राचीन मंदिरों में से एक है कंबोडिया का अंगकोरवाट मंदिर। 402 एकड़ में फैल इस मंदिर का प्राचीन समय में नाम ‘यशोधरपुर’ था। इसका निर्माण सम्राट सूर्यवर्मन द्वितीय (1112-53 ई) के शासनकाल में हुआ था।
न्यू जर्सी स्वामीनारायण अक्षरधाम मंदिर: भारत से बाहर विश्व का दूसरा सबसे बड़ा हिंदू मंदिर स्वामीनारायण अक्षरधाम मंदिर है। यह अमेरिका के न्यू जर्सी में है। यह मंदिर वाशिंगटन डीसी से लगभग 289 किमी उत्तर न्यू जर्सी के छोटे रॉबिन्सविले टाउनशिप में बनाया गया है। 255 फीट लंबे, 345 फीट चौड़े, 191 फीट ऊंचे और 183 एकड़ में फैले मंदिर को बनाने में अमेरिका के 12,500 से अधिक स्वयंसेवकों ने दिनरात मेहनत की है। मुख्य मंदिर के अलावा इसमें 12 उप-मंदिर हैं। इसमें 10,000 से अधिक मूर्तियां और शानदार नक्काशी है।
तिरुवरंगम रंगनाथस्वामी मंदिर: तिरुवरंगम रंगनाथस्वामी मंदिर वैष्णव धर्म के सर्वोच्च देवता विष्णु को समर्पित है। तमिलनाडु में स्थित यह मंदिर 4,116 मीटर (13,504 फीट) की परिधि के साथ 63 हेक्टेयर (156 एकड़) के क्षेत्र में फैला हुआ है, जो इसे भारत का सबसे बड़ा मंदिर बनाता है।
लक्ष्मी नारायणी मंदिर: तमिलनाडु के वेल्लोर में स्थित है श्री लक्ष्मी नारायणी मंदिर अपने आप में बेहद शानदार है। लक्ष्मी नारायणी मंदिर का विमानम और अर्ध मंडपम शुद्ध सोने से ढका हुआ है, जिसमें देवी श्री लक्ष्मी नारायणी विराजमान हैं। मंदिर 40 हेक्टेयर (100 एकड़) भूमि पर स्थित है और इसका निर्माण वेल्लोर स्थित धर्मार्थ ट्रस्ट, श्री नारायणी पीडम द्वारा किया गया है। संसार में दूसरा कोई ऐसा मंदिर नहीं है जिसे बनाने में इतना सोना लगा हो।
प्रम्बानन मंदिर: यूनेस्को विरासत स्थल, कैंडी प्रम्बानन के नाम से मशहूर प्रम्बानन मंदिर इंडोनेशिया के प्रमुख मंदिरों में से एक है। बाली के अलावा यह मंदिर भी भारतीय पर्यटकों को काफी आकर्षित करता है। योग्यकार्ता शहर से लगभग 17 किलोमीटर उत्तर पूर्व में स्थित 10वीं सदी का प्रम्बानन मंदिर, इंडोनेशिया का सबसे बड़ा हिन्दू मंदिर माना जाता है। यह मंदिर तीन मुख्य हिंदू देवताओं ‘त्रिमूर्ति’- ब्रह्मा, विष्णु और महेश (शिव) को समर्पित है।