दिल्ली में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशियों पर पुलिस का एक्शन जारी, पकड़ा गया एक और शख्स

Delhi Police action continues against Bangladeshis living illegally in Delhi one more person arreste

प्रियंका कुमारी(संवाददाता)

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी नागरिकों के खिलाफ दिल्ली पुलिस का एक्शन लगातार जारी है। इस बीच दिल्ली पुलिस ने एक अन्य बांग्लादेशी नागरिक को दिल्ली के वसंत कुंज थाना इलाके से पकड़ा है। पकड़े गए बांग्लादेशी नागरिक की पहचान मोहम्मद बबलू के रूप में हुई है जो ढाका के दीमरा गांव का रहने वाला है। बता दें कि पकड़े गए बांग्लादेशी नागरिक को डिपोर्ट कर दिया गया है। पुलिस एफआरआरओ की मदद से इन्हें डिपोर्ट कर रही है। बता दें कि पिछले सप्ताह साउथ वेस्ट डिस्ट्रिक्ट पुलिस ने 14 बांग्लादेशियों को पकड़कर एफआरआरओ के जरिए वापिस बांग्लादेश डिपोर्ट किया था। इसके बाद बुधवार को साउथ वेस्ट डिस्ट्रिक्ट पुलिस ने 11 और बांग्लादेशियों को पकड़कर वापिस बांग्लादेश डिपोर्ट कर दिया था।

कई बांग्लादेशी नागरिकों को किया गया डिपोर्ट

बता दें कि पकड़े गए 11 बांग्लादेशी नागरिक बिना आईडी के अलग-अलग छोटे-छोटे होटलों में रह रहे थे और दिल्ली में मजदूरी का काम किया करते थे। अबतक कुल 25 बांग्लादेशियों को साउथ वेस्ट डिस्ट्रिक्ट ने बांग्लादेश डिपोर्ट किया है। इसके अलावा पिछले रविवार को साउथ दिल्ली पुलिस ने 7 बांग्लादेशियों को बांग्लादेश डिपोर्ट किया था। कुल मिलाकर अबतक 33 बांग्लादेशियों को बांग्लादेश डिपोर्ट किया जा चुका है। वहीं अन्य संदिग्ध बांग्लादेशियों को अलग-अलग हिस्सों में वेरिफाई किया गया है, जिनके दस्तावेजों को क्रॉस वेरिफाई किया जा रहा है। एक बार एफआरआरओ यूनिट यानी फॉरेन रीजनल रजिस्ट्रेशन ऑफिस ये कंफर्म कर लेता है कि उक्त शख्स बांग्लादेशी नागरिक हैं तो पकड़े गए लोगों को आईबी के अधीन डिटेंशन सेंटर में रखा जाता है।

फर्जी डॉक्यूमेंट बनाने वाले गिरोह का भंडाफोड़

इसके बाद पकड़े गए लोगों को ट्रेन की बोगी की कैपैसिटी के हिसाब से डिपोर्ट किया जाता है। अगर बोगी में 100 लोगों की जगह है और 50 बांग्लादेशी हैं तो उन्हें डिटेंशन सेंटर में रखा जाता है और जब पूरी बोगी भर जाती है तो एक ही बोगी में सभी को बांग्लादेश भेजा जाता है। बता दें कि इस बीच दिल्ली पुलिस ने दिल्ली में बांग्लादेशियों के फर्जी कागजात बनाने वाले गैंग का भी भंडाफोड़ किया है। इससे पहले भी एक सिंडिकेट के लोगों की गिरफ्तारी हुई थी, जो फर्जी वेबसाइट के जरिए बर्थ और जरूरी सर्टिफिकेट बनाते थे। इसके बाद इन दस्तावेजों के आधार पर आधार कार्ड बनाकर बांग्लादेशियों को दिया जाता है

Leave a Comment