गाजर की तासीर ठंडी होती है या गर्म? जानें विटामिन से भरपूर इस सब्जी को खाने से कौन सी बीमारियां होती हैं दूर?

गाजर

लक्ष्मी कश्यप (संवाददाता)

सर्दियों में गाजर खूब बिकता है, इस मौसम में इसका इस्तेमाल सलाद, सूप, हलवा, सब्जी और जूस के रूप में लोग जमकर करते हैं।  गाजर में मौजूद बीटा-कैरोटीन और फाइबर से पोषण संबंधी लाभ मिलते हैं। गाजर में विटामिन ए, विटामिन सी, विटामिन के, विटामिन बी8, फोलेट, पोटैशियम, आयरन, कॉपर और मैंगनीज भी भरपूर मात्रा में होते हैं जो शरीर को हेल्दी रखते हैं। गाजर खाने से बीमारियों से शरीर की रक्षा होती हैं लेकिन क्या आप जानते है गाजर की तासीर कैसी होती है। चलिए हम आपको बताते हैं इसकी तासीर क्या है और यह किन समस्याओं में कारगर है?

गाजर की तासीर क्या है?

गाजर की तासीर न पूरी तरह से गर्म होती है और न पूरी तरह से ठंडी। यानी यह दोनों तासीर वाली सब्जी है। बता दें, जो गाजर हल्की मीठी होती है वह ठंडी प्रवित्ति की होती है वहीँ जो गाजर हलकी कड़वी होती है वह ज़्यादा गर्म होती है। यह कफ नाशक होती है। इसमें कई प्रकार के खनिज और विटामिन पाए जाते हैं जो शरीर से कई बीमारियों को दूर रखते हैं।

इन गंभीर समस्याओं में गाजर का सेवन है फायदेमंद:

  • कैंसर से बचाव: गाजर में मौजूद बीटा-कैरोटीनॉयड विभिन्न प्रकार के कैंसर से लड़ने में मदद करते हैं।  बीटा-कैरोटीन का सेवन कोलन कैंसर के विकास को रोकने में भी मदद करता है।
  • रौशनी करती है तेज: विटामिन ए की कमी से आंख के फोटोरिसेप्टर के बाहरी हिस्से खराब हो जाते हैं और आंखों को नुकसान पहुंचता है। गाजर में बीटा-कैरोटीन की ज़्यादा मात्रा होती है और यह विटामिन ए की कमी को दूर करने में मदद करता है।
  • मधुमेह रोगियों के लिए: टाइप-2 मधुमेह से पीड़ित मरीज को गाजर का सेवन करना चाहिए। इसमें मौजूद बीटा-कैरोटीन और कैरोटीनॉयड शरीर द्वारा उपयोग किए जा रहे और चयापचय किए जा रहे इंसुलिन और ग्लूकोज की मात्रा को नियंत्रित करने में मदद करते हैं।
  • पाचन में फायदेमंद: गाजर में फाइबर भरपूर मात्रा में पाया जाता है जो पाचन प्रक्रियाओं में सुधार करता है। फाइबर के कारण मल की गति सुचारू हो जाती है। फाइबर पेरिस्टाल्टिक गति और गैस्ट्रिक जूस के स्राव को भी बढ़ाता है।
  • इम्यून सिस्टम बढाए: गाजर विटामिन सी से भरपूर होती है जो सफ़ेद रक्त कोशिकाओं को बढ़ाने में मदद करती है। इसके अलावा, गाजर में कई एंटीसेप्टिक और जीवाणुरोधी गुण भी होते हैं जो हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने में मदद करते हैं।
  • त्वचा के लिए फायदेमंद: गाजर में एंटीसेप्टिक गुण होते हैं। गाजर का तेल शुष्क और ड्राई त्वचा के लिए अच्छा है क्योंकि यह त्वचा को चिकना, मुलायम और मजबूत बनाता है। गाजर का रस पेट और जठरांत्र संबंधी स्वास्थ्य में भी सुधार करता है।

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