प्रियंका कुमारी(संवाददाता)
इन दिनों बिहार पब्लिक सर्विस कमीशन के खिलाफ बीपीएससी उम्मीदवार जोर-शोर से प्रदर्शन में जुटे हुए हैं। छात्र 70 कंबाइंड कंपटेटिव एग्जाम (CCE) परीक्षा दोबारा करवाने की डिमांड पर अड़े हुए हैं। बीते दिन छात्रों पर वाटर कैनन व लाठी चार्ज किया गया। इसके बाद से एक लेडी आईपीएस सुर्खियों में बनीं हुई हैं। इन आईपीएस का नाम है स्वीटी सहरावत, ये इन दिनों पटना सेंट्रल की एसपी पद पर शहर में तैनात हैं। 13 दिसंबर की परीक्षा में अनियमितताओं के आरोपों के कारण शुरू हुआ विरोध प्रदर्शन रविवार को उग्र हो गया, जिसके कारण पुलिस को भीड़ को कंट्रोल करने के लिए कार्रवाई करनी पड़ी।
कौन हैं IPS स्वीटी?
स्वीटी सहरावत 2019 बैच की आईपीएस अधिकारी हैं। इन्होंने 2019 यूपीएससी परीक्षा में 187वीं रैंक हासिल कर आईपीएस रैंक सिक्योर की थी। स्वीटी सहरावत ने दिल्ली टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सटी से बीटेक (ईसीई) की डिग्री हासिल की है। साथ ही इंजीनियरिंग में बीटेक की डिग्री भी ली है। आईपीएस बनने से पहले स्वीटी एक डिजाइन इंजीनियर थीं। स्वीटी के पिता का सपना था कि वे सिविल सर्विस में जाएं। ऐसे में पिता के लिए उन्होंने अपनी लाखों की नौकरी छोड़ दी और सिविल सर्विस की तैयारी में जुट गईं। स्वीटी के पिता दिल्ली पुलिस में हेड कांस्टेबल थे, 2013 में इनके पिता का निधन एक एक्सीडेंट की वजह से हो गया। स्वीटी के भाई सीआईएसएफ में सब इंस्पेक्टर हैं।
क्या हुई बीते दिन घटना?
जानकारी के मुताबिक, हजारों की संख्या में बीपीएससी अभ्यर्थी गांधी मैदान में इकट्ठा हुए और जेपी गोलंबर की ओर मार्च किया। इसके बाद बढ़ते उपद्रव को संभालने के लिए बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था। पुलिस अभियान का नेतृत्व आईपीएस सहरावत ने किया, जो इस साल की शुरुआत से ही पटना सेंट्रल की कमान संभाल रही हैं। यहां आने से पहले व बिहार के औरंगाबाद जिले में एएसपी के पद पर तैनात थीं।
न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए एसपी सिटी स्वीटी सहरावत ने कहा, “हमने प्रदर्शनकारी छात्रों से साइट खाली करने का अनुरोध किया, लेकिन उन्होंने हमारी बात नहीं सुनी। हमने उनसे यह भी कहा कि वे अपनी मांगें रख सकते हैं और हम सुनने के लिए तैयार हैं। हालांकि, उन्होंने हमें धक्का दिया, जिसके बाद हमने उन पर वाटर कैनन का इस्तेमाल किया…” हालांकि लाठी चार्ज के आरोपों को नाकार दिया। पर सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि छात्रों पर वाटर कैनन के साथ लाठी चार्ज भी हुआ।