लक्ष्मी कश्यप (संवाददाता)
सहारनपुर: आपने अक्सर डॉक्टरों की लापरवाही या अस्पतालों की लचर व्यवस्था के बारे में सुना होगा, लेकिन अब इसका एक ताजा उदाहरण भी सामने आया है। यहां सहारनपुर में सरकारी डॉक्टर की लापरवाही से एक महिला की जान पर बन गई। मिली जानकारी के अनुसार यहां के जिला अस्पताल में प्रसव के ऑपरेशन के दौरान डॉक्टर ने एक महिला के पेट में ही टॉवल छोड़ दिया। कुछ दिनों बाद महिला के पेट में भयंकर दर्द उठा। जांच की गई तो पता चला कि महिला के पेट में टॉवल है, जिससे उसकी आंत फट गई है। आनन-फानन में महिला को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां पर उसकी दोबारा सर्जरी की गई और टॉवल निकाला गया।
महिला ने बेटी को दिया जन्म
दरअसल, पूरा मामला पिलखनी गांव का है। यहां की रहने वाली करिश्मा को बीते 25 नवंबर को प्रसव पीड़ा हुई थी। इसके बाद परिजनों ने उसे जिला महिला चिकित्सालय में भर्ती कराया था। यहां ऑपरेशन के द्वारा करिश्मा ने एक बेटी को जन्म दिया था। अभी दो दिन पहले करिश्मा के पेट में भयंकर दर्द हुआ और परिजन उसे लेकर जिला महिला अस्पताल पहुंचे। डॉक्टर ने उसे एक इंजेक्शन लगाया, जिसके बाद उसका पेट फूलने लगा। इसके बाद उसके परिजन करिश्मा को लेकर हायर सेंटर चंडीगढ़ चले गए।
सर्जरी कर निकाला गया टॉवल
हायर सेंटर चंडीगढ़ में महिला की जांच की गई। जांच के दौरान पता चला कि उसके पेट में एक टॉवल है। इसके बाद हायर सेंटर में सर्जरी के बाद करिश्मा के पेट से टॉवल निकाला गया। पेट से टॉवल निकाले जाने के बाद फिलहाल करिश्मा की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। वहीं सहारनपुर के सीएमओ डॉक्टर प्रवीण कुमार का इस मामले पर कहना है कि पूरी घटना की जांच कराई जा रही है। जिस डॉक्टर ने सर्जरी की है उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।