प्रियंका कुमारी(संवाददाता)
एक स्टडी के मुताबिक बोन्स की एक घातक बीमारी चुपके से हड्डियों को खोखला कर रही है। ये बीमारी एडवांस स्टेज में पहुंचने तक खबर ही नहीं लगने देती। इस रोग का पता तब चलता है, जब फ्रैक्चर होने पर या दर्द की वजह से हड्डियों का टेस्ट कराते हैं। इस बीमारी का नाम ऑस्टियोपोरोसिस है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि उम्र बढ़ने के साथ ये रोग हर किसी को होने का खतरा रहता है। लेकिन खराब लाइफस्टाइल, स्मोकिंग, जंकफूड, मोटापा और शुगर जैसी बीमारियों से यंग एज में ही हड्डियों को नुकसान पहुंच सकता है। 30 की उम्र के बाद तो सबकी हड्डियों की स्ट्रेंथ कम होने लगती है लेकिन बेहतर खानपान और रेगुलर योग-एक्सरसाइज से हड्डियों की हेल्थ ठीक रह सकती है। वरना ऑस्टियोपोरोसिस में हड्डियां इस कदर खोखली हो जाती हैं कि जरा से झटके से टूट जाती हैं और तो और कई बार तो खांसने-छींकने पर भी फ्रेक्चर हो जाता है।
देश में एक करोड़ से ज्यादा लोग इस बीमारी से जूझ रहे हैं। उनमें भी पुरुषों के मुकाबले महिलाओं पर बोन डेथ का खतरा ज्यादा है। बोन डेथ इसलिए क्योंकि ऑस्टियोपोरोसिस के वर्स्ट स्टेज में हड्डियां गलने तक लगती हैं। इस रोग से बचने के लिए लोगों को खुद मेहनत करनी पड़ेगी और अपनी हड्डियों का ख्याल रखना होगा। आइए स्वामी रामदेव से जानते हैं कैसे…
ऑस्टियोपोरोसिस के लक्षण
मसल्स पेन-ऐंठन
पकड़ कमजोर होना
हड्डियों में दर्द
तेज धड़कन
नाखून का टूटना
शरीर का झुकना
कैल्शियम की कमी
ऑस्टियोपोरोसिस
कमजोरी
आर्थराइटिस
दांत कमजोर
डिप्रेशन
स्किन प्रॉब्लम
कैल्शियम की कमी दूर कैसे करें?
दूध
बादाम
ओट्स
बीन्स
तिल
सोया मिल्क
गठिया की बीमारी, यूथ पर भारी
एक पॉश्चर में बैठना
खराब खानपान
ज्यादा वजन
विटामिन डी की कमी
कैल्शियम की कमी
जोड़ों में दर्द, परहेज है जरूरी
प्रोसेस्ड फूड
ग्लूटेन फूड
अल्कोहल
ज्यादा चीनी-नमक
जॉइंट्स पेन से बचने के लिए सावधान रहें
वजन न बढ़ने दें
स्मोकिंग से बचें
पॉश्चर सही रखें
हड्डियां मजबूत बनाएं
खाने में बढ़ाएं कैल्शियम
1 कप दूध जरूर पिएं
सेब का सिरका पिएं
गुनगुने पानी में दालचीनी-शहद लें
गठिया के दर्द में मिलेगा आराम
गुनगुने सरसों के तेल की मालिश करें
दर्द वाली जगह पर गर्म पट्टी बांधें
गुनगुने पानी में सेंधा नमक डालकर सिकाई
बरतें सावधानी
चाय-कॉफी न लें
टमाटर न खाएं
शुगर कम करें
तला भुना खाने से बचें
वजन कंट्रोल रखें