प्रियंका कुमारी(संवाददाता)
किसान नेता सरवन सिंह पंधेर के अनुसार, 8 दिसंबर को दोपहर 12 बजे 101 किसानों का एक ‘जत्था’ दिल्ली की ओर कूच करेगा। किसानों को रोकने की पुख्ता व्यवस्था की गई है।
किसानों ने दिल्ली कूच का ऐलान कर दिया है उसके बाद एक बार फिर, दिल्ली की सीमाओं पर चौकसी बढ़ाने के साथ किसानों को रोकने की पूरी तैयारी की गई है। कंक्रीट की दीवार बनाई गई है।
किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने कहा कि उन्होंने कहा कि शंभू बॉर्डर पर शुक्रवार को हरियाणा पुलिस से हुई झड़प में 16 किसान घायल हुए हैं और अगर हम मामूली रूप से घायलों को भी शामिल करें तो यह संख्या करीब 25 हो सकती है।
किसान नेता सरवन सिंह पंधेर के अनुसार, 8 दिसंबर को दोपहर 12 बजे 101 किसानों का एक ‘जत्था’ दिल्ली की ओर कूच करेगा। अंबाला, हरियाणा और दिल्ली-हरियाणा के शंभु बॉर्डर पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की गई है।
किसानों को रोकने के लिए कील के पैटर्न वाले बैरियर और ब्रेकर लगाए गए हैं। बता दें कि इससे पहले भी जब साल की शुरुआत में किसानों ने दिल्ली कूच किया था, तब भी उन्हें रोकने के लिए ऐसी ही तैयारियां की गई थीं।
शुक्रवार को प्रदर्शनकारी किसानों ने दिल्ली की ओर बढ़ने का प्रयास किया था, लेकिन हरियाणा-पंजाब बॉर्डर पर उन्हें रोकने के लिए सुरक्षा बलों ने आंसू गैस के गोले दागे।
हरियाणा के डीजीपी ने पंजाब के डीजीपी को एक चिट्ठी लिखकर अनुरोध किया है कि मीडिया कर्मियों को प्रदर्शन स्थल से कम से कम 1 किमी की दूरी पर रखा जाए ताकि सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके और कानून-व्यवस्था बनाए रखी जा सके।
हरियाणा सरकार ने एहतियात के तौर पर अंबाला जिले के 11 गांवों में 9 दिसंबर तक मोबाइल इंटरनेट और एसएमएस सेवाएं निलंबित कर दी हैं।
किसानों ने पहले भी 13 फरवरी और 21 फरवरी को दिल्ली कूच की कोशिश की थी, लेकिन हरियाणा-पंजाब बॉर्डर पर उन्हें रोक दिया गया था।