वक्फ बोर्ड-सनातन बोर्ड, जातीवाद और संभल हिंसा को लेकर क्या बोले बाबा बागेश्वर, इंडिया टीवी से की खास बातचीत

[adsforwp id="60"]

पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री- India TV Hindi

प्रियंका कुमारी (संवाददाता) 

वक्फ बोर्ड और सनातन बोर्ड को लेकर बाबा बागेश्वर बड़े ही मुखर हो कर बोलते हैं। उनका मानना है कि देश में वक्फ बोर्ड बंद होने चाहिए। अगर नहीं हुआ तो एक सनातन बोर्ड का भी गठन होना चाहिए। इंडिया टीवी से खास बातचीत करते हुए पं. धीरेंद्र शास्त्री ने जातीवाद, संभल हिंसा, वक्फ बोर्ड और सनातन बोर्ड को लेकर अपने विचार रखें। सबसे पहले उन्होंने कहा कि या तो वक्फ बोर्ड के अधिकार खत्म किए जाए या फिर हमें सनातन बोर्ड दिया जाए। अगर वक्फ बोर्ड नहीं हटा तो एक दिन ये लोग बागेश्वर धाम को भी अपनी प्रॉपर्टी बता देंगे।

जातीवाद को लेकर क्या बोले बाबा बागेश्वर

जातीवाद को लेकर बाबा बागेश्वर ने कहा कि हमें 1947 में आजादी मिली थी। आजादी के इतने साल हो गए। लेकिन आज भी जात-पात इस कदर होता है कि इसे रोकने के लिए एक संत को मैदान में उतरना पड़ रहा है। भारत आजाद हुआ गुलामी से लेकिन जातिवाद की गुलामी से आज भी आजादी नहीं मिली। जातिवाद की गुलामी ने इस देश को तोड़ कर रख दिया। इस देश की गति को रोक दिया। हमारे देश के विकास को रोक कर रख दिया। इसकी वजह से देश में हो रहे नवाचार पर भी रोक लग गई है। इस देश में जातीवाद को लेकर वैनमस्यता पैदा कर दी गई। हिंदू-मुसलमान, अगला-पिछला, ऊंच-नीच जैसे भेदभाव की लंबी-लंबी दीवारें खड़ी कर दी गईं। जात-पात के नाम पर देश को कैंसर का रोग लग गया इसलिए किसी न किसी को घर से बाहर निकल पड़ेगा। हम बांग्लादेश के हिंदुओं की हालत देखकर चिंतिंत रहते हैं। हमें इस बात की फिक्र रहती है कि कहीं हमारे देश में यह नौबत ना आ जाए। इसलिए भारत के हिंदुओं की पीढ़ियां सुरक्षित करने के लिए हम सड़कों पर उतरे हुए हैं। सम्मान के साथ शांति और कानून व्यवस्था के सभी नियमों का पालन करते हुए, हम बहुत ही सहजता के साथ अपनी यात्रा को आगे ले जा रहे हैं।

“100 करोड़ की हिंदू आबादी में कम से कम 1 करोड़ तो आएं” 

जब बाबा से उनकी यात्रा के चौथे दिन पर दिख रहे असर के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि गांव-गांव, शहर से जो लोग चलकर बाहर आ रहे हैं। उससे एक नई क्रांति तो खड़ी हो रही है। लोगों में पहली बार हिंदुत्व के प्रति जागरूकता देखने को मिला है। लोग पहली बार घर से बाहर निकाल कर सड़कों पर उतरे हुए हैं। लोगों का यह हुजूम देखना अद्भुत तो है पर अभी भी लोग उतने नहीं आ रहे, जीतने आने चाहिए। भारत 100 करोड़ हिंदुओं का देश है, कम से कम एक करोड़ लोगों को तो इसके लिए सड़कों पर उतरना होगा। हिंदू बचेगा तभी तो हिंदुओं में और जागृति आएगी। एक को देखकर दूसरे जागते हैं और उन्हें जगाना बहुत जरूरी है। बिछड़े-पिछड़े लोगों को गले लगाना बहुत जरूरी है।

जात-पात के नाम पर सेंकी गईं रोटियां

इसके अलावा बाबा ने यह भी कहा कि जात-पात के नाम पर राजनीतिक रोटियाँ सेंकी गईं। हर बार, हर पहलू के लोगों को सड़कों पर उतरना चाहिए। जात-पात के नाम पर इतनी बड़ी खाई नहीं होनी चाहिए। पहले जातियां तो थी पर व्यवस्था एक थी। जैसे भारत तो एक है पर प्रदेश अनेक हैं। 29 प्रदेश हैं। उत्तर प्रदेश-मध्य प्रदेश लेकिन भारत एक देश है। इसका मतलब यह थोड़ी ना है के अलग-अलग देश हैं। व्यवस्था के लिए प्रदेश को विभाजन किया गया था ताकि व्यवस्था बन सके। शासन-प्रशासन की वैसे ही जातियां बनाई गई थीं। चार व्यवस्था में उसको काट दिया गया था। आज वह बन गई वोट बैंक। जात-पात सबसे बड़ा हथियार नेता बनने का, सबसे बड़ा हथियार दंगा करने का, सबसे बड़ा हथियार युद्ध करने का और इस तलवार की धार को भोथरी करने के लिए और जातियों के भेदभाव को मिटाने के लिए पूरे साधु समाज सड़कों पर आना चाहिए।

सनातन बोर्ड बनना चहिये तो वक्फ बोर्ड से क्या आपत्ति है?

इस सवाल पर बाबा बागेश्वर ने कहा कि इस देश में एक नियम लागू होगा। एक देश में एक कोर्ट होगा। जब उनके पास विशेष अधिकार है तो हम भी तो इस देश की नागरिक हैं। उनको क्यों विशेष अधिकार मिल रहे हैं। हमें क्यों नहीं मिल रहे। उनके अधिकार खत्म हो या हमें दिया जाए बस इसलिए हम सब लोग सनातन बोर्ड की मांग कर रहे हैं। बाबा ने पीएम मोदी की बात का समर्थन करते हुए कहा कि संविधान में वक्फ बोर्ड जैसा कोई कानून है ही नहीं। इसे प्रायोजित तरीके से एक विशेष वर्ग को खुश करने के लिए जोड़ा गया है।

वक्फ वोर्ड के चलते क्या खामियां नजर आईं?

वक्फ बोर्ड की सबसे बड़ी खामी के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि जो सार्वजनिक जगह पर कीमती जमीन और हिंदुओं की कीमती जमीन या फिर सरकार की खाली पड़ी जमीन होती है। उसे ये वक्फ बोर्ड का बता देते हैं। वक्फ बोर्ड दूसरों की जमीनों पर अधिपत्य जमाकर धमकियां देता है। ऐसे बहुत सारे मामले सामने आए हैं। अगर ये वक्फ बोर्ड नहीं हटेगा तो ये बागेश्वर धाम को अपनी प्रॉपर्टी बता देंगे, यह तय है।

आप लोग धर्म संसद बिठाते हैं, अगर वक्फ बोर्ड को लेकर आज बैठक हो रही है तो क्या दिक्कत है

इस सवाल का जवाब देते हुए बाबा बागेश्वर ने कहा कि दिक्कत क्यों नहीं होना चाहिए। धर्म संसद का मतलब यह नहीं है कि किसी दूसरे के ऊपर अधिकार दिखाएं या किसी दूसरे को नीचा दिखाएं या दंगा करवा दे।  उनकी धर्म संसद का खेल ही अलग है। यह धर्मसंसद से दंगा करने के लिए कहते हैं। यह अपनी धर्म संसद जो भी करते हैं, उसमें उल-जलूल बातें करते हैं। धमकियां देते हैं, एकता दिखाते हैं। एक जगह एक भाई साहब ने बैठक ली थी। वह कह रहे थे मुसलमान के युवाओं इकट्ठे हो जाओ। अपनी मस्जिदों को बचाने के लिए तुम्हें कुछ भी करना पड़े, करो। हम कहते हैं, ठीक है, मस्जिदों को बचाना चाहिए पर मंदिरों को भी नहीं तोड़ना चाहिए।

संभल में हुए पथराव पर बोले बाबा

संभल में हुए पथराव की घटना पर बाबा ने कहा कि संभल में पथराव हुआ, जो भीड़ ने किया है। जो नाराज है। पथराव करना गलत है। कानून को अपना काम करने दो। हमारे मंदिर के खिलाफ याचिका लगा है। कानून के लोग आएंगे, हम कहेंगे कर लो जांच और जिसके अंदर खोट होता है, वहीं डरता है। संभल में पथराव हुआ है भारी मात्रा में पुलिस कर्मी भी घायल हुए हैं। यह देश के कानून को हाथ में लेने की कोशिश कर रहे हैं। जैसा उनके आका बोलते रहते हैं कि 15 मिनट छोड़ दो, हम बता देंगे कि मुसलमानों की ताकत क्या है। ये कानून की धज्जियां उड़ा रहे हैं। यह देश का दुर्भाग्य है। कानून को हाथ में लेना, संविधान के साथ खिलवाड़ करना। यह राष्ट्रीय धरोहर है। इनको पड़कर जेल में डालो। इनकी इतनी पिटाई लगाओ कि यह लौट करके ऐसा कृत्य ना करें कानून के साथ खिलवाड़ ना करें।

आज 24 तारीख है, मौलाना ने कहा था कि दिल्ली पहुचेंगे

इस बात पर बाबा ने कहा कि हां हमें याद है मौलाना ने कहा था, हम सड़कें जाम कर देंगे। दिल्ली तक आएंगे, हम तो आ गए। अब उनका इंतजार कर रहे हैं। वह मूर्ख आदमी है। लगातार उल-जलूल बयान देता रहता है। मीडिया में बने रहने के लिए मुसलमानों को भड़काने के लिए यह करता है। सब मुसलमान एक जैसे नहीं होते, जो इन जैसे मुसलमान की बातों में आ जाते हैं। सीधे-साधे धमकियां देने वाली बातें करता है ये आदमी। इसको तो जेल में डाल देना चाहिए।

संभल में क्या है मंदिर या मस्जिद?

इस मुद्दे पर बाबा ने कहा कि भगवान ने चाहा तो वहां हरिहर मस्जिद निकल आएगी। कानून व्यवस्था पर भरोसा रखें। शांति बनाए रखें। देश की कोर्ट और कानून व्यवस्था पर भरोसा रखें। सत्य की हमेशा जीत होती है। अगर आप सत्य की राह पर रहेंगे तो आपकी जीत होगी नहीं तो हरिहर मंदिर बनेगा।

Leave a Comment