लोनी कोतवाली में पूजा और परेड में शामिल होती है गाय, मरणासन्न गाय की लोनी थानेदार और पुलिसकर्मियों ने की थी मदद, विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने गाय का नाम ‘राधा’ रखा

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प्रियंका कुमारी(संवाददाता)

गोवर्धन पूजा को गौसंरक्षण और गौसंवर्धन के रूप में मनाया जाता है। ऐसी ही गौसंरक्षण की भावना का अनुपम उदाहरण लोनी कोतवाली थाने में देखने को मिली जहां लोनी कोतवाल व पुलिसकर्मियों के द्वारा मरणासन्न बीमार गाय की सेवा की गई जिसके बाद गाय उनके पैरेड में शामिल होती है, पूजा में शामिल होती है। विधायक नंदकिशोर गुर्जर को गौमाता के बारे में जानकारी मिलने पर विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने लोनी कोतवाली पहुंचकर गौमाता का आशीर्वाद लिया और कोतवाल व पुलिसकर्मियों की मौजूदगी में गौमाता का नामकरण किया गया।

विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने गौमाता का किया नामकरण, कहा दिव्य और देवस्वरूपा है गौमाता:

विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने बताया कि लोनी कोतवाली में गौमाता के बारे में जानकर आज गौवर्धन पूजा के दिन स्वंय को नहीं रोक पाया और आज गौमाता का आशीर्वाद लिया है। मुझे जानकर यह बहुत ही प्रसन्नता हुई कि यूपी पुलिस का एक मानवीय चेहरा यह भी है जो लोगों तक पहुंचना चाहिए किस तरह से एक मरणासन्न गौमाता की थाना प्रभारी और उनकी टीम मदद करती है उसका उपचार कराती है और गौसेवा का अनुकरणीय उदाहरण पेश करती है। गौमाता की दिव्यता का यह प्रमाण है कि गौमाता पुलिसकर्मियों के साथ पूजा में शामिल होती है उनके परेड के दौरान उनके साथ खड़ी रहती है। कोतवाल अगर आशीर्वाद लेना भूल जाते है तो गाड़ी के सामने खड़ी हो जाती है। कोतवाल के अनुपस्थिति में उनके आफिस के पास हमेशा रहती है। यह इस बात की पुष्टि है कि लोनी कोतवाली में जो गौमाता है वो साधारण गौमाता नहीं है बल्कि दिव्य है और मां कामधेनु का अंश है। मैं इस पुण्य कार्य के लिए थानेदार समेत सभी पुलिसकर्मियों को साधुवाद देता हूँ।

 

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