प्रियंका कुमारी (संवाददाता)
इस्लामाबाद: चीन के प्रधानमंत्री ली कियांग इस्लामाबाद के चार दिवसीय दौरे पर हैं। कियांग पाकिस्तान की अध्यक्षता में शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के सदस्य देशों के प्रमुखों की बैठक में हिस्सा ले रहे हैं। इस बीच चीन के प्रधानमंत्री ली कियांग ने राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी से मुलाकात की है। मुलाकात के दौरान दोनों नेताओं ने अर्थव्यवस्था, निवेश और क्षेत्रीय संपर्क सहित विभिन्न क्षेत्रों में रणनीतिक सहयोग को और गहरा करने के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। दोनों पक्षों ने चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (CPEC) परियोजनाओं के कार्यान्वयन में तेजी लाने की आवश्यकता पर भी जोर दिया।
‘लाभ उठाने का समय आ गया है’
चीनी प्रतिनिधिमंडल का स्वागत करते हुए राष्ट्रपति ने इस बात पर जोर दिया कि अपने सदाबहार साझेदार के साथ पाकिस्तान की दोस्ती देश की विदेश नीति की आधारशिला बनी हुई है, उन्होंने सहयोग के लिए नए रास्ते तलाशने के महत्व पर भी जोर दिया। उन्होंने व्यापार और दोनों देशों के लोगों के बीच संबंधों को मजबूत करने के लिए हर मौसम के अनुकूल सड़क नेटवर्क के माध्यम से संपर्क बढ़ाने की आवश्यकता को रेखांकित किया। जरदारी ने कहा कि चीनी कंपनियों को पाकिस्तान स्टॉक एक्सचेंज में निवेश करके पाकिस्तान में निवेश के अवसरों का लाभ उठाना चाहिए। जरदारी ने कहा, ‘‘चीन की आर्थिक वृद्धि का पूरी तरह से लाभ उठाने का समय आ गया है, खासकर सीपीईसी और ग्वादर बंदरगाह के कारण उपलब्ध अवसरों के माध्यम से।’’
पाकिस्तान ने किया ‘वन-चाइना’ नीति का समर्थन
पाकिस्तान ने राष्ट्रपति ने कहा कि वह नवंबर में चीन का दौरा करेंगे और पुराने दोस्तों के साथ फिर से जुड़ने और द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने के लिए चर्चा में शामिल होने के लिए उत्सुक हैं। जरदारी ने ‘वन-चाइना’ नीति, ताइवान, तिब्बत, हांगकांग, शिनजियांग और दक्षिण चीन सागर सहित सभी प्रमुख मुद्दों पर चीन के प्रति पाकिस्तान के समर्थन को दोहराया।
ली ने पाकिस्तान को सराहा
प्रधानमंत्री ली ने सभी प्रमुख मुद्दों पर चीन को दृढ़ समर्थन देने के लिए पाकिस्तान की सराहना की और कहा कि चीन पाकिस्तान की क्षेत्रीय अखंडता, संप्रभुता और समृद्धि का समर्थन करना जारी रखेगा। ली कियांग ने प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के साथ भी बातचीत की और दोनों पक्ष अपने सहयोग को और बढ़ाने पर सहमत हुए। चीन के किसी प्रधानमंत्री का यह 11 सालों में पहला पाकिस्तान दौरा है।